साहित्य के महाकुंभ 'साहित्य आज तक' में मशहूर गीतकार, कवि और एड गुरु प्रसून जोशी ने 'मस्ती की पाठशाला' सत्र में लोक गीतों का जिक्र करते हुए कई खूबसूरत कविताएं सुनाई. प्रसून जोशी ने अपनी लिखी हुई कविता 'बाबुल' को अपनी ही आवाज में सुनाया. आप भी सुनिए.