साहित्य आज तक के सत्र 'प्रेम और कविता' में लेखक और कवि बद्री नारायण ने बताया कि भाषा के जरिए प्रेम की अभिव्यक्ति सबसे कठिन है. हर रचनाकार को ऐसे शब्दों की खोज करनी होती है, जो उसके अनुभव को ज्यादा से ज्यादा बयां कर सके. अनुभव को जब भाषा में अभिव्यक्त करते हैं, तो भाषा की सीमा होती है और भाषा कवि के अनुभव को पूरी तरह से कह पाने के सक्षम नहीं होती है.