Sahitya Aajtak 2022: साहित्य आजतक के मंच पर दिग्गजों की महफिल जुट रही है. शायर वसीम बरेलवी ने अपने नज्म सुनाकर कार्यक्रम की रंगत में चार चांद लगा दिए. वसीम बरेलवी ने अपना नज्म सुनाया- 'तीर अपनी तेज़ रफ्तारी से कब जाने गए'. देखें ये वीडियो