साहित्य आजतक के पहले दिन शनिवार को स्वर कोकिला लता मंगेशकर को श्रद्धाजंलि दी गई. लता मंगेशकर को श्रद्धाजंलि देने के लिये मंच पर हरीश भिमानी, संजीवनी भेलांडे और लेखक यतींद्र मिश्रा मौजूद रहे. उन्होंने स्वर कोकिला के बारे में बहुत सी बातें कीं और बताया कि उनका सबसे मनपसंद गाना कौन सा था.