साहित्य आज तक के मंच पर प्रसिद्ध टीवी पत्रकार रवीश कुमार ने 'रवीशपंती' सेशन में अपने विचार दर्शकों से साझा किए. उन्होंने कहा कि भाषण देकर नेता बनना आसान है. पत्रकार में भी नेता की छाया देखने से लोकतंत्र का सत्यानाश करना है. रवीश कुमार ने प्यार और नोट से जुड़ी पंक्तियां सुनाईं.