
नई दिल्लीः स्थानीय कांस्टिट्यूशन क्लब में मशहूर लेखक और पीरामल ग्रुप के स्ट्रेटेजिक बिज़नेस डिपॉर्टमेंट के ग्रुप प्रेसीडेंट सरदार हरिंदर सिक्का की अंग्रेजी में लिखी चर्चित किताब ‘कॉलिंग सहमत’ के हिंदी संस्करण का विमोचन हुआ. विमोचन समारोह में भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री जाह्नवी कपूर और प्रकाशक पेंगुइन रेंडम हाउस की इंडियन लैंग्वैजेज की एडिटर-इन-चीफ़ वैशाली माथुर समेत कई लोग शामिल उपस्थित थे.
याद रहे कि ‘कालिंग सहमत’ उपन्यास पर बॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'राजी' बन चुकी है. किताब की तरह ही इस फिल्म ने भी सफलता के परचम लहराए थे. उपन्यास कॉलिंग सहमत की कहानी एक भारतीय महिला जासूस और वीरांगना सहमत खान की कहानी है, जो इस देश की खातिर अपनी जान जोखिम में डालकर एक पाकिस्तानी जनरल के बेटे से शादी करती हैं और नियमित रूप से वहां से गुप्त जानकारियां भारतीय गुप्तचर एजेंसी को भेजने के मिशन पर काम करती हैं.
किताब के लेखक हरिंदर सिक्का ने इस किताब को लेखने की प्रेरणा और उसके पीछे की कहानी बताई कि कैसे उन्होंने कारगिल युद्ध के दौरान अपने इम्बेडेड जर्नलिज्म की कोशिश की और इस दौरान उन्हें सहमत खान के बेटे से मिलने का अवसर प्राप्त हुआ था. वास्तविक घटनाओं से प्रेरित कॉलिंग सहमत ऐसा जासूसी थ्रिलर है, जो एक अज्ञात युद्ध वीरांगना की कहानी बयान करता है. सहमत खान एक युवा, कॉलेज जाने वाली कश्मीरी लड़की थीं और जब उन्हें अपने मरणासन्न पिता की आख़िरी इच्छा का पता चलता है, तो वह उसके खतरे को जानते हुए खुद को कुर्बान करने में हिचकिचाती नहीं.
हरिंदर सिक्का ने कहा, "सहमत एक फ़रिश्ता थी और उन्होंने साबित किया कि एक कश्मीरी महिला उतनी ही देशभक्त है, जितना कोई आम हिंदुस्तानी है. सहमत खान को अपने जुनून और देशभक्ति के आगे समर्पण कर देने के बाद कड़ी मेहनत से निर्धारित अपने मार्ग पर चलने के सिवाय कुछ नहीं सूझता. यहीं से उनके एक साधारण लड़की से एक घातक जासूस में बदलने की शुरुआत होती है.
इस अवसर पर बोलते हुए नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा कि इस किताब के विमोचन में आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. उन्होंने कहा, "यह किताब अंग्रेज़ी में काफ़ी सफल रही है, आशा है कि हिंदी में भी यह किताब सफल होगी और व्यापक पाठक-वर्ग तक पहुंचेगी."
इस अवसर पर बॉलीवुड अभिनेत्री जाह्नवी कपूर ने कहा कि हम सब में अपनी मातृभूमि को लेकर एक भावना होती है और जब हरिंदर सिक्का ने उन्हें यह कहानी सुनाई तो वह इसे महसूस कर सकती थीं. जाह्नवी ने कहा उन्हें भी किताबों से प्रेम है. उन्होंने कहा, "हरेक किताब प्रेमी का किताब के बारे में अपना एक विचार होता है, जबकि सिनेमा में हर दर्शक के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता."
इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत पेंगुइन रेंडम हाउस की इंडियन लैंग्वैजेज की एडिटर-इन-चीफ़ वैशाली माथुर किया और मशहूर रेडियो जॉकी आरजे स्वाति ने कार्यक्रम का संचालन किया. याद रहे कि कॉलिंग सहमत के अंग्रेजी संस्करण का प्रकाशन पेंगुइन ने ही किया था और बहुत जल्द ही यह किताब बेस्ट सेलर बन गई थी. अब हिंदी संस्करण का प्रकाशन भी पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया ने ही किया है.