
MP News: मध्य प्रदेश के खरगोन में छह दशक पहले परिणय सूत्र में बंधे बुजुर्गों ने शादी के समय लिए सात वचन का मौत तक पालन किया. दोनों में ऐसा प्यार की एक के जाने के बाद दूसरा कुछ घंटे का वियोग सह नहीं पाया. 80 वर्षीय पत्नी की मौत हुई तो 90 वर्षीय पति ने भी महज 12 घंटे बाद जीवन त्याग दिया. गांव में गाजे-बाजे और कीर्तन के साथ दोनों की एक साथ शवयात्रा निकली.
जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर देवलगांव में 12 घंटे के अंतराल में बुजुर्ग दंपत्ति ने दम तोड़ दिया. करीब 60 साल पहले विवाह के समय जीवन भर साथ निभाने का वादा करने वाले दंपत्ति ने अंतिम यात्रा तक इसे निभाया. देवलगांव के 90 वर्षीय नागू गोस्वामी और 80 वर्षीय सीताबाई की सोमवार सुबह गांव में एक साथ शवयात्रा निकली. 80 वर्षीय सीताबाई का रविवार रात 8 बजे निधन हो गया. 12 घंटे बाद सोमवार सुबह 8.15 बजे 90 वर्षीय बुजुर्ग नागू गाेस्वामी ने भी दम तोड़ दिया.
परिजन और ग्रामीण इन्हें भक्तिगीत गाते हुए मुक्तिधाम तक ले गए. यहां बड़े बेटे कैलाश ने पिता और छोटे बेटे श्याम ने मां को मुखाग्नि दी. दोनों की अर्थी एक साथ उठी तो अंतिम यात्रा में हर समाज के लोग शामिल हुए. शवयात्रा के आगे डीजे पर बज रहे लोग भजन गाते हुए चल रहे थे. लोगों का कहना था कि दोनों भाग्यशाली हैं. भगवान कम ही लोगों को ऐसे एक साथ बुलाता है.
जिंदगी जीने के लिए हर मुश्किल झेली
गोस्वामी दंपत्ति एक साथ आदिवासी क्षेत्र में जाकर महिलाओं के नाक-कान छेदने का काम करते थे. श्रृंगार सामग्री भी बेचते थे. इसके अलावा दोनों साथ में खेतों पर कपास चुनाई, मिर्च तुड़ाई, निंदाई, गुढ़ाई आदि की मजदूरी के लिए जाकर परिवार का पालन पोषण करते थे. 4 बेटों और 2 बेटियों का विवाह किया. नाती-पोतों की भी शादियां हो चुकी हैं. कमजोरी के चलते पिछले 3 साल से घर पर ही रहते थे.