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पत्नी के डर से थाने में सरेंडर करने पहुंचा भू-माफिया, पुलिस को एक साल से थी उसकी तलाश

जिस आरोपी की इंदौर पुलिस को एक साल से तलाश थी, उसने अचानक थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया. उसने पुलिस को बताया कि पत्नी झगड़ करती है. उससे बचने के लिए सरेंडर किया है. पुलिस को शासकीय भूमि बेचने के मामले में आरोपी की तलाश थी. आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.

भू-माफिया दिनेश मेहता (फाइल फोटो). भू-माफिया दिनेश मेहता (फाइल फोटो).
धर्मेंद्र कुमार शर्मा
  • इंदौर,
  • 21 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 8:42 AM IST

एमपी (MP) के इंदौर (Indore) में एक अनोखा मामला सामने आया है. धोखाधड़ी के आरोपी ने अपनी बीवी से विवाद के बाद थाने में जाकर सरेंडर कर दिया. भंवरकुआं थाना पुलिस आरोपी को पिछले एक साल से ढूंढ रही थी. साथ ही आरोपी पर पुलिस ने 2 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था.

दरअसल, शहर में स्थित गुटकेश्वर महादेव की जमीन बेची गई थी. यह शासकीय जमीन थी. इस मामले में मामले में भंवरकुआं थाना पुलिस ने भू-माफिया लालू नागर, आलोक राठौर सहित एक दर्जन से अधिक लोगों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था.

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इस मामले में कई आरोपियों की गिरफ्तारी की गई थी. वहीं, फरार चल रहे आरोपी दिनेश मेहता को भंवरकुआं पुलिस को काफी लंबे समय से तलाश थी. मगर, वह हाथ नहीं आ रहा था. जिस आरोपी की तलाश पुलिस को पिछले एक साल से थी. वह पत्नी से परेशान होकर एरोड्रम थाने पहुंचा और सरेंडर कर दिया.

आरोपी को भेज दिया गया जेल 

इसके बाद एरोड्रम पुलिस ने भंवनकुआं पुलिस को दिनेश के बारे में जानकारी दी. भंवरकुआं पुलिस की एक टीम आरोपी दिनेश मेहता को वहां से थाने लेकर आई. इसके बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया.

भंवरकुआं थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया ने जानकारी देते हुए कहा कि एक साल से दिनेश मेहता की तलाश पुलिस कर रही थी. मगर, आज उसने थाने में जाकर सरेंडर दिया. कारण बताते हुए आरोपी ने कहा कि बीबी से झगड़ा हुआ था. इसलिए उससे परेशान होकर सरेंडर कर दिया है.

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यह है जमीन का पूरा मामला

इंदौर के पिपल्याराव इलाके में भू-माफिया लालू नागर,आलोक राठौर और राधेश्याम कुमावत ने शासकीय मंदिर की जमीन पर कब्जा किया. फिर उस जमीन के फर्जी कागज तैयार किए और जमीन बेच दी.

मामला उजागर होने पर जिला प्रशासन की टीम ने कार्रवाई करते हए जमीन पर बने अवैध निर्माण को तोड़ दिया था. एक हॉस्टल पर कारवाई की गई थी, बाकि बचे घर मालिकों को अल्टीमेटम दे दिया गया था.

प्रशासन की मुक्त कराई गई जमीन की कीमत 5 करोड़ रुपए है. अभी भी इस मामले में भू-माफिया का साथी आलोक राठौर फरार चल रहा है. उसकी तलाश की जा रही है.

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