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दिल्ली में भी दिखेगी शिवराज-सिंधिया की जुगलबंदी... शपथ ग्रहण के बाद एक साथ दिखे MP के दो दिग्गजों के परिवार

New Delhi: केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने-अपने परिवार संग दिखाई  दिए. कार्यक्रम के बाद दोनों दिग्गज नेताओं ने सपत्नीक तस्वीरें क्लिक कराईं.

फोटो में सपत्नीक केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया. फोटो में सपत्नीक केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया.
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 10 जून 2024,
  • अपडेटेड 5:43 PM IST

नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह के बाद शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने-अपने परिवार संग दिखाई  दिए. कार्यक्रम के बाद दोनों दिग्गज नेताओं ने सपत्नीक तस्वीरें क्लिक कराईं. सियासी गलियारों में चर्चा है कि मध्य प्रदेश के बाद अब  शिवराज और सिंधिया की जुगलबंदी केंद्र में देखने को मिलेगी.  

4 बार मुख्यमंत्री, 6 बार विधायक रह चुके और अब 6वीं बार सांसद बने शिवराज सिंह चौहान के कद में और इजाफा हुआ है. अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में वरिष्ठता के क्रम में शिवराज को पांचवें नंबर पर कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई गई.

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शिवराज ने इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी प्रताप भानु शर्मा को 8 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था. यह मध्य प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी जीत है. पता हो कि इंदौर में बीजेपी के ही शंकर लालवानी ने 11 लाख से ज्यादा वोटों से विजयश्री प्राप्त की थी. 

शिवराज सिंह चौहान 1991 से लगातार विदिशा सीट से चुनाव जीत रहे थे. इसके बाद साल 2005 में वो राज्य के मुख्यमंत्री बने. उसके बाद शिवराज ने बुधनी से विधानसभा चुनाव लड़ा. सीहोर जिले का बुधनी विधानसभा क्षेत्र भी विदिशा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है.  

मोदी 3.0 में भी सिंधिया की धाक 

वहीं,  ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पहले से दिल्ली की राजनीति में पावरफुल माने जाते हैं. मोदी 2.0 में भी सिंधिया कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. नागरिक उड्डयन मंत्री रहने के दौरान किए गए उनके विकास कार्यों की तारीफ गई. 

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बता दें कि साल 2002 के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया 6वीं बार गुना सीट से लोकसभा चुनाव लड़े थे. पिता माधवराव सिंधिया की आसामयिक मृत्यु के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उपचुनाव में राव देशराज सिंह यादव को 4.50 लाख मतों से पराजित किया था. ठीक 22 साल बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में राव देशराज सिंह के बेटे यादवेंद्र सिंह को 5 लाख 40 हजार 929 लाख वोटों से चुनाव हराकर इतिहास रच दिया. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी दादी विजयाराजे सिंधिया व पिता माधवराव सिंधिया का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया.
 
ज्योतिरादित्य की दादी विजयाराजे सिंधिया ने 1998 में 1,02,998 लाख वोटों से जीत हासिल की थी. वहीं, उनके पिता माधवराव सिंधिया ने वर्ष 1999 में 2,14,428 लाख वोट से चुनाव जीते थे. सिंधिया ने 2024 के इलेक्शन में सर्वाधिक 5,40,929 लाख वोट हासिल किए और प्रचंड जीत दर्ज कराई.    

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