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समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को अपनी पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई को भंग कर दिया. सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता यश भारतीय ने कहा कि यादव के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष रामायण सिंह की पूरी इकाई को भंग कर दिया गया है.
उन्होंने कहा, जिला इकाइयों को भंग कर दिया गया है और 10 लोकसभा प्रभारियों को उनके पद से हटा दिया गया है.' 230 सदस्यीय विधानसभा में सपा एक भी सीट जीतने में विफल रही, 17 नवंबर को चुनाव हुए और नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए गए. उसने 59 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे.
लोकसभा चुनाव की तैयारी
लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी नए तरीके से कैडर को मजबूत करने की जद्दोजहद में जुटी है. पार्टी ने पीडीए यानी पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों को साधने का फुल प्रूफ प्लान तैयार किया है. पार्टी की मीटिंग में बूथ लेवल पर इन्हीं समुदाय के लोगों को जोड़ने की योजना बनाई गई है.
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ना सिर्फ बीजेपी को बल्कि कांग्रेस को भी निशाने पर लिए हुई है, जहां अखिलेश यादव इंडिया गठबंधन का हिस्सा होने के साथ पार्टी की निजी राजनीतिक जमीन को मजबूत करने की कोशिश में हैं. समाजवादी पार्टी के पीडीए कैडर में बूथ लेवल पर पिछड़े वर्ग के दस लोग शामिल होंगे.
पीडीए का फार्मूला खुद अखिलेश यादव ने बनाया है, जिसके जरिए वह राज्य में पार्टी की चुनावी नैया पार लगाने में जुटे हैं. सपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि समाजवादी पार्टी राज्य में बूथ स्तर पर पीडीए कैडर बनाएगी. पार्टी के नेताओं ने इसपर काम भी शुरू कर दिया है. पीडीए कैडर में संबंधित समुदाय के नामचीन हस्तियों को भी शामिल किए जाने का प्लान है.