
कौन बनेगा करोड़पति में 50 लाख रुपये जीत कर चर्चा में आई अमित सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. मध्य प्रदेश के श्योपुर में तहसीलदार का प्रभार नहीं दिए जाने पर नाराज होकर अधीक्षक भू-अभिलेख पद पर तैनात अमिता सिंह तोमर ने इस्तीफा दे दिया है. उनकी नाराजगी इस बात को लेकर है कि जूनियर को प्रभार दिया जा रहा है और उन्हें नहीं . ये वही अमिता सिंह हैं, जो साल 2011 में केबीसी के चौथे सीजन में 50 लाख रुपये जीतकर सुर्खियों में आई थीं.
अमिता सिंह सोशल मीडिया पर विभागीय अफसरों और कर्मचारियों के खिलाफ पोस्ट डालकर निलंबित हो चुकी हैं. वे अपने बार-बार तबादलों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को भी पत्र लिख चुकी हैं. अमिता सिंह तोमर ने कलेक्टर को सौंपे त्यागपत्र में लिखा है कि लगातार उनकी वरिष्ठता की अनदेखी की जा रही है. तहसीलदार की गरिमा का अनादर किया जा रहा है.
पांच साल से हो रहा है मेरा अपमान
वरिष्ठ अधिकारियों ने नायब तहसीलदारों, अधीक्षक भू-अभिलेख को लगातार तहसीलदार का प्रभार दिया जा रहा है. उन्हें पहले तहसीलदार बनाया जाना था, लेकिन चुनावी शाखा और वर्तमान में अधीक्षक भू-अभिलेख बना रखा है. उन्होंने लिखा कि लगातार पांच साल से मेरा अपमान हो रहा है. जूनियरों को अपने से ऊपर देखकर अत्यधिक मानसिक पीड़ा से भर चुकी हूं.
त्यागपत्र की कॉपी ही मेरा बयान- अमिता सिंह
नए कलेक्टर के आने से मुझे इस बार लग रहा था कि, मुझे तहसीलदार बनाया जाएगा. मगर, इस बार भी मेरा अपमान किया गया है. इसलिए शासकीय नौकरी से इस्तीफा दे रही हूं. मामले में अमिता सिंह तोमर ने 'आजतक' को बताया कि मेरे दिए गए त्यागपत्र की कॉपी ही मेरी बाइट है. मैं अभी मुख्यालय से बाहर हूं.
मुझे त्याग पत्र सौंपेगी तब भी नहीं लूंगा- DM
वहीं, श्योपुर कलेक्टर संजय कुमार ने बताया कि मुझे तहसीलदार का त्याग पत्र नहीं मिला है. उन्होंने मीडिया में ही इस्तीफा दिया है. वे मुझे त्याग पत्र सौंपेगी तब भी नहीं लूंगा. उन्हें नौकरी सरकार ने दी है. यदि उन्हें देना है, तो वही दे. बता दें कि शुक्रवार शाम को कलेक्टर संजय कुमार ने तहसीलों में नए प्रभार का आदेश जारी किया है.
इसके बाद ही अमिता सिंह ने इस्तीफा दिया है. बीते 5 साल से अमिता तोमर को तहसील न देकर लूप लाइन माने जाने वाले विभागों का दायित्व सौंपा जा रहा था. वर्तमान में वे अधीक्षक भू-अभिलेख के प्रभार में थी.
जानकारी के मुताबिक, पिछले साल सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट और कमेंट डालकर प्रशासन की कार्रवाई को गलत बताने और संविधान से जुड़ी एक पोस्ट पर आपत्तिजनक कमेंट करने पर कलेक्टर ने अमिता सिंह को नोटिस दिया था. तत्कालीन कलेक्टर प्रतिभा पाल के अनुमोदन पर चंबल कमिश्नर रेनू तिवारी ने अमिता सिंह को निलंबित कर भोपाल अटैच कर दिया था.