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भगवा रंग में कैसे रंगी MBBS स्टूडेंट शिवरंजनी, खुद दिया जवाब

बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री से मिलने के लिए 20 साल की शिवरंजनी तिवारी गंगोत्री से पैदल कलशयात्रा करते हुए एमपी के छतरपुर पहुंच चुकी हैं. उनकी तबीयत खराब हो गई है. अब देखा होगा कि शिवरंजनी की बाबा बागेश्वर से कब मुलाकात हो सकेगी.

शिवरंजनी तिवारी. शिवरंजनी तिवारी.
लोकेश चौरसिया
  • छतरपुर,
  • 15 जून 2023,
  • अपडेटेड 1:13 PM IST

बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री से मिलने और उनसे शादी करने की इच्छा रखने वालीं एमबीबीएस स्टूडेंट शिवरंजनी पैदल कलशयात्रा करते हुए गंगोत्री धाम से छतरपुर के लिए निकली थीं. 14 जून को वह छतरपुर भी आ गईं. मगर, यहां आने का बाद उनकी तबीयत खराब हो गई. लूज मोशन और कमजोरी की शिकायत पर उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया था और फिर शिवरंजनी अस्पताल से अपनी रिश्तेदार के घर चली गईं थी. 

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यूपी से एपी की सीमा छतरपुर बॉर्डर में एंट्री लेते वक्त आजतक ने शिवरंजनी से खास बातचीत की थी. इस दौरान उनसे कई सवाल किए गए थे, जिनका उन्होंने बहुत ही गर्मजोशी के साथ जवाब दिए. जब उनसे पूछा गया था कि एमबीबीएस की स्टूडेंट अचानक भगवा में नजर आ रही है, यह सब क्या है?

 

जगतगुरु श्री शंकराचार्य स्वरूपानंद जी महाराज की बहुत बड़ी कृपा

इसका जवाब देते हुए शिवरंजनी ने कहा था ''देखिए, यह बिल्कुल नया नहीं है. मेरे बचपन से ही मेरे घर में परम पूज्य जगतगुरु श्री शंकराचार्य स्वरूपानंद जी महाराज की बहुत बड़ी कृपा रही है. हमारे परिवार पर उन्हीं के कारण सभी लोग धर्म से जुड़े हुए हैं. बचपन से ही भागवत कथा, राम कथा जैसे धार्मिक कार्यों में एक्टिव रही हूं. मेरे लिए यह भगवा रंग के कपड़े नए नहीं हैं.''

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वहीं, जब उनसे पूछा गया था कि आप  बागेश्वर धाम के महाराज को प्राणनाथ क्यों कहती हैं तो इसके जवाब में उन्होंने कहा था कि मैं प्राणनाथ इसलिए कहती हूं, क्योंकि वह हर किसी के प्राणों के नाथ हैं. सबके मन की बात जान लेते हैं. उनके सामने शब्दों की जरूरत नहीं है. किसी को कुछ बोलने की जरूरत भी नहीं है. किसी के मन की बात कोई भी छूटी न रह सके और सब कुछ जान ले, तो वह प्राणों का नाथ नहीं होगा तो और कौन होगा?

शिवरंजनी से हुए सवाल-जवाब

सवाल- आपके प्राणनाथ कहने का अर्थ क्या है?

जवाब- आप जो चाहें, वह बता दे. लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा.

सवाल- एमबीबीएस की स्टूडेंट और पिता के कारोबार पर क्या कहना है आपका?

जवाब- मेरे पिताजी बाइक कंपनी में जीएम थे. उन्होंने करीब 5 साल पहले जॉब छोड़ दी थी. मेरा एमबीबीएस अभी कंप्लीट नहीं हुआ है. बाकी फैमिली की डिटेल मैं सीक्रेट रखना चाहती हूं.

सवाल- धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मुलाकात के लिए किसी से कोई बातचीत हुई क्या आपकी?

जवाब- मेरी किसी से कोई बात नहीं हुई है. मुझे विश्वास है कि बालाजी सरकार मुझे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से जरूर मिलवा देंगे. हालांकि, बता रहे हैं कि उनका एकांतवास का समय है. देखते हैं मुलाकात होती है या नहीं. हमें अपने बालाजी पर विश्वास है.

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सवाल- अगर अर्जी नहीं सुनी गई, तो क्या आप दरबार में अपनी बात रखेंगी?

जवाब- अर्जी न होने का तो सवाल ही नहीं होता. मैंने अपना पर्चा 1 तारीख को गंगा कलश उठाने के दौरान बनवा लिया था. बालाजी सरकार पर विश्वास है. मन्नत तो पूरी होगी ही.

सवाल- 15 जून से अज्ञातवास पर जा रहे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के लिए क्या आप कोई संदेश देना चाहती हैं?

जवाब- 'आजतक' वाले आप ही मेरा यह संदेश पहुंचा दीजिए कि मैं बागेश्वर धाम आ रही हूं.

सवाल- धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से शादी को लेकर क्या कहेंगी आप? 

जवाब- पहले उनके दर्शन तो हो जाएं. उसके बाद देखते हैं क्या होता है. बाकी 110 परसेंट मुझे उम्मीद है कि उनके दर्शन भी होंगे और मुराद भी पूरी होगी.

कौन है शिवरंजनी?

20 साल की शिवरंजनी तिवारी एमपी के सिवनी की रहने वाली है. वह भजन गायिका भी हैं और यूट्यूबर भी हैं.  4 साल की उम्र से भजन-कीर्तन कर रही हैं. वर्तमान में एमबीबीए की पढ़ाई कर रही हैं. शिवरंजनी खुद को जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के परिवार का सदस्य बताती है और बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र शास्त्री को वह प्राणनाथ कहती हैं.

 

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