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धीरेंद्र शास्त्री ने खोल दी MP के कैबिनेट मंत्री की पोल, 'दिव्य दरबार' में बताया भव्य पंडाल-स्टेज के खर्चे का राज

Bageshwar Dham: सरकारी खर्चे से निजी कार्यक्रम करवाने का खुलासा पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अपने 'दिव्य दरबार' में सार्वजनिक रूप से कर दिया. यही नहीं, वन मंत्री विजय शाह भी गर्दन हिलाकर इसकी स्वीकारोक्ति कर गए. यह वायरल वीडियो अब मंत्री ही नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री को भी परेशानी में डाल सकता है. 

चार्टर प्लेन से खंडवा पहुंचे धीरेंद्र शास्त्री की कथा के लिए बना भव्य पंडाल. चार्टर प्लेन से खंडवा पहुंचे धीरेंद्र शास्त्री की कथा के लिए बना भव्य पंडाल.
जय नागड़ा
  • खंडवा ,
  • 25 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 4:16 PM IST

BJP नेताओं के चुनावी कार्यक्रमों में किस तरह मध्यप्रदेश शासन का पैसा बर्बाद किया जा रहा है, यह अब महज विपक्ष का आरोप नहीं, बल्कि इसकी सार्वजनिक स्वीकारोक्ति भी हो गई है. मध्य प्रदेश के हरसूद (खंडवा) में प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने अपनी चुनावी तैयारियों के सिलसिले में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दो दिवसीय कथा का आयोजन करवाया, लेकिन सरकारी खर्चे पर. 

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धीरेंद्र शास्त्री की कथा के लिए भव्य पंडाल और अन्य खर्चीली व्यवस्थाएं गई थीं. इन इंतजामों को सरकारी पैसे से करवाने के लिए विजय शाह ने एक दिन पहले उसी टेंट में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कार्यक्रम करवा आयोजित करवा लिया.

इस राज का खुलासा पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अपने 'दिव्य दरबार' में सार्वजनिक रूप से कर दिया. यही नहीं, वन मंत्री शाह भी गर्दन हिलाकर इसकी स्वीकारोक्ति कर गए. यह वायरल वीडियो अब मंत्री ही नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री को भी परेशानी में डाल सकता है. देखें Video:-

दरअसल, हिंदू मतों के ध्रुवीकरण के लिए मध्यप्रदेश में अनेक स्थानों पर चुनाव लड़ने वाले नेता बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथाएं करवाने में जुटे हैं.

इसी सूची में खंडवा जिले के हरसूद विधानसभा क्षेत्र से विधायक विजय शाह प्रदेश के वन मंत्री भी शामिल हैं. शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री विजय शाह ने धीरेंद्र शास्त्री की दो दिवसीय कथा का आयोजन 23-24 सितंबर को हरसूद में कराया. इस भव्य आयोजन पर करोड़ों रुपया खर्च किये जाने की चर्चा है. 

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धीरेंद्र शास्त्री को खंडवा एयर स्ट्रिप पर चार्टर प्लेन से लाया गया और फिर कथावाचक को महंगी कारों के काफिले में हरसूद ले जाया गया. यहां कथा के लिए एक भव्य वाटरप्रूफ टेंट और महंगी साज-सज्जा वाले स्टेज का निर्माण कराया गया. खास बात यह है कि मंत्री विजय शाह ने बड़ी चतुराई से आयोजन के इस खर्च को सरकारी मद से करवा दिया. 

इसके ठीक एक दिन पहले मंत्री विजय शाह ने हरसूद में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को बुलाकर तेन्दु पत्ता संग्राहकों को बोनस राशि वितरण और चरण पादुका योजना का सरकारी कार्यक्रम करवा दिया.

बहरहाल, सरकारी खर्चे से कार्यक्रम करवाने का आरोप उन पर किसी विपक्षी ने नहीं लगाया, बल्कि सार्वजनिक मंच से पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने ही पर्चा निकालने के रूप में लगा दिया. मंत्री विजय शाह भी हंसते हुए अपनी इस चतुराई को स्वीकार कर गए. 

जानिए कौन हैं धीरेंद्र शास्त्री?

धीरेंद्र शास्त्री का पूरा नाम धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री है. वह मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले स्थित बागेश्वर धाम सरकार मंदिर के मुख्य पुजारी हैं, जो बागेश्वर धाम महाराज के नाम से फेमस हैं. वह सभाओं में धार्मिक कथाएं सुनाते हैं.

धीरेंद्र का जन्म 4 जुलाई 1996 को छतरपुर जिले के ही गढ़ा गांव में हुआ था. वह सामान्य गरीब परिवार से आते हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूल से हुई है. धीरेंद्र शास्त्री पर अंधविश्वास का विरोध करने वाले एक समूह ने महाराष्ट्र की एक सभा में अपनी चमत्कारी क्षमताओं का प्रदर्शन करने के लिए कहा. कहा जाता है कि वह इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. धीरेंद्र शास्त्री पर नागपुर की अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव ने उन्हें दिव्य दरबार में चुनौती दी और उनकी आध्यात्मिक शक्तियों पर सवाल उठाया. 

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मानव ने शास्त्री पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया है. जब मीडिया में विवाद शुरू हुआ, तो शास्त्री ने मानव को अपने दिव्य दरबार में आमंत्रित किया और पूछा कि वह क्या जानना चाहता है? स्वामी रामदेव, सद्गुरु जग्गी वासुदेव, रामभद्राचार्य, साध्वी प्राची, प्रज्ञा ठाकुर और राजनेता गिरिराज सिंह जैसे कई प्रमुख हिंदू धार्मिक नेता उनके समर्थन में आ गए थे.  

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