
सोचिए क्या हो जब एक साथ सैकड़ों मधुमक्खियां आप पर हमला कर दें और आपके शरीर से मधुमक्खियों के 100 डंक निकाले जाएं. ऐसा सोच कर ही बदन सिहर उठेगा. मधुमक्खी का एक डंक इतना दर्द देता है कि इंसान तिलमिला उठता है, दर्द से कराहता रहता है. वहीं, अगर 100 डंक लगें तो हाल-बेहाल होना तय है. कुछ ही एमपी के गुना शहर में हुआ.
मधुमक्खी के छत्ते को छेड़ा
दरअसल, शहर में पांडव कालीन हनुमान मंदिर मौजूद है. इसे टेकरी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. मंगलवार को 75 साल के बुजुर्ग व्यक्ति इमरत हरिजन मंदिर में दर्शन करने के लिए अशोकनगर से गुना पहुंचे थे. जब वह मंदिर पहुंचे तो वहां पर पहले से काफी लोग मौजूद थे जो दर्शन के लिए आए हुए थे.
टेकरी पर बनी पानी की टंकी पर मधुमक्खियों के कई सारे छत्ते लगे हुए हैं. किसी शरारती व्यक्ति ने जानबूझ कर छत्तों को छेड़ दिया. नतीजतन, मधुमक्खियां गुस्सा गई और टेकरी पर मौजूद लोगों पर हमला कर दिया.
अचानक से हुए मधुमक्खियों के हमले को लोग समझ पाते और छुप पाते इससे पहले ही लोगों को मधुमक्खियों ने डंक मारना शुरू कर दिया. मंदिर पर भगदड़ मच गई. हर कोई छुपने का प्रयास करने लगा.
इमरत हरिजन को लगे 100 डंक
75 साल के इमरत हरिजन भी मधुमक्खियों के गुस्से का शिकार बने. उन्हें भी मधुमक्खियों ने जमकर डंक मारे. मधुमक्खियों के शांत होने पर तत्काल दर्द से कराहते लोगों को इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया.
यहां पर कुछ लोगों को एक दो डंक ही लगे मिले. मगर, डॉक्टरों ने इमरत हरिजन के शरीर से मधुमक्खियों के 100 डंक निकले. डॉक्टरों का कहना है कि बुजुर्ग के शरीर पर सूजन है. उनका इलाज किया जा रहा है.
जा चुकी दो लोगों की जान
मधुमक्खियों के हमले से पिछले डेढ़ महीने में दो लोग अपनी जान जा चुकी है. चाचौड़ा में अंतिम संस्कार में शामिल एक रिटायर्ड पुलिसकर्मी मधुमक्खियों के हमले में जान गंवा चुके हैं. वहीं, एनएफएल में एक मजदूर को मधुमक्खियों के हमले का शिकार होना पड़ा था, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी.