Advertisement

75 साल के बुजुर्ग के शरीर से निकले मधुमक्खियों के 100 डंक, कुछ यूं बची जान

गुना में लोगों पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया. एक बुजुर्ग के शरीर से 100 डंक निकाले गए. मंदिर दर्शन करने लए लोगों पर मधुमक्खियों ने हमला किया था. बुजुर्ग की उम्र 75 साल है और वह अशोक नगर से गुना के टेकरी हनुमान मंदिर के दर्शन करने के लिए आया हुआ था.

प्रतीकात्मक तस्वीर. प्रतीकात्मक तस्वीर.
विकास दीक्षित
  • गुना,
  • 29 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 11:28 AM IST

सोचिए क्या हो जब एक साथ सैकड़ों मधुमक्खियां आप पर हमला कर दें और आपके शरीर से मधुमक्खियों के 100 डंक निकाले जाएं. ऐसा सोच कर ही बदन सिहर उठेगा. मधुमक्खी का एक डंक इतना दर्द देता है कि इंसान तिलमिला उठता है, दर्द से कराहता रहता है. वहीं, अगर 100 डंक लगें तो हाल-बेहाल होना तय है. कुछ ही एमपी के गुना शहर में हुआ. 

Advertisement

मधुमक्खी के छत्ते को छेड़ा

दरअसल, शहर में पांडव कालीन हनुमान मंदिर मौजूद है. इसे टेकरी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. मंगलवार को 75 साल के बुजुर्ग व्यक्ति इमरत हरिजन मंदिर में दर्शन करने के लिए अशोकनगर से गुना पहुंचे थे. जब वह मंदिर पहुंचे तो वहां पर पहले से काफी लोग मौजूद थे जो दर्शन के लिए आए हुए थे. 

टेकरी पर बनी पानी की टंकी पर मधुमक्खियों के कई सारे छत्ते लगे हुए हैं. किसी शरारती व्यक्ति ने जानबूझ कर छत्तों को छेड़ दिया. नतीजतन, मधुमक्खियां गुस्सा गई और टेकरी पर मौजूद लोगों पर हमला कर दिया.

अचानक से हुए मधुमक्खियों के हमले को लोग समझ पाते और छुप पाते इससे पहले ही लोगों को मधुमक्खियों ने डंक मारना शुरू कर दिया. मंदिर पर भगदड़ मच गई. हर कोई छुपने का प्रयास करने लगा.

Advertisement
बुजुर्ग को लगे थे 100 डंक.

इमरत हरिजन को लगे 100 डंक

75 साल के इमरत हरिजन भी मधुमक्खियों के गुस्से का शिकार बने. उन्हें भी मधुमक्खियों ने जमकर डंक मारे. मधुमक्खियों के शांत होने पर तत्काल दर्द से कराहते लोगों को इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया.

यहां पर कुछ लोगों को एक दो डंक ही लगे मिले. मगर, डॉक्टरों ने इमरत हरिजन के शरीर से मधुमक्खियों के 100 डंक निकले. डॉक्टरों का कहना है कि बुजुर्ग के शरीर पर सूजन है. उनका इलाज किया जा रहा है.

जा चुकी दो लोगों की जान

मधुमक्खियों के हमले से पिछले डेढ़ महीने में दो लोग अपनी जान जा चुकी है.  चाचौड़ा में अंतिम संस्कार में शामिल एक रिटायर्ड पुलिसकर्मी मधुमक्खियों के हमले में जान गंवा चुके हैं. वहीं, एनएफएल में एक मजदूर को मधुमक्खियों के हमले का शिकार होना पड़ा था, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement