
एक ओर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री टीकमगढ़ में रामकथा कर रहे हैं दूसरी ओर शनिवार को उनके गांव गढ़ा में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष के साथ पहुंचकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मुर्दाबाद के नारे लगाए.
भीम आर्मी का प्रदर्शन धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के छोटे भाई शालिग्राम गर्ग के मामले को लेकर किया गया. भीम आर्मी की मांग है कि जल्द से जल्द आरोपी शालीग्राम को गिरफ्तार किया जाए. नहीं तो आने वाले दिनों में विशाल विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
देखें वीडियो...
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था वीडियो
दरअसल, शालिग्राम गर्ग ने 11 फरवरी को दलित कल्लू अहिरवार की बेटी सीता की शादी समारोह में कट्टा लहराते हुए गाली गलौज की थी. जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए धमकी दी थी. मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था.
इसके बाद बमीठा थाना पुलिस ने 21 फरवरी को शालिग्राम को आरोपी मानते हुए धारा आईपीसी की धारा 294, 506, 323, 227 एवं SC-ST के तहत मामला दर्ज किया था. मगर, आरोपी शालिग्राम गर्ग की गिरफ्तारी ना हो पाने की वजह से भीम आर्मी द्वारा गिरफ्तारी की मांग और पीड़ित दलित परिवार की मदद के लिए आगे आई.
भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील बंसिया का कहना है कि पीड़ित परिवार से मुलाकात की है और हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है. हमारी मांग है कि शालिग्राम गर्ग की गिरफ्तारी हो. यदि गिरफ्तारी नहीं की जाती है तो आगामी दिनों में बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
यह है मामला
दरसअल, घटना छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में हुई थी. 11 फरवरी को गांव में एक दलित परिवार की बेटी का विवाह समारोह आयोजित हो रहा था. उसी दौरान रात करीब 12 बजे के आसपास बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का छोटा भाई शालिग्राम गर्ग विवाह समारोह में पहुंचा और लोगों से गाली-गलौज और मारपीट करने लगा था.
इस दौरान सिगरेट मुंह में फंसाए और शराब के नशे में शालिग्राम ने महिलाओं से अभद्रता की और देसी कट्टा दिखाकर जान से मारने की धमकी भी दी. इसके साथ ही उसने हवाई फायर भी किया और शादी रोकने की कोशिश की. जिस कारण से बाराती दहशत में आ गए और खाना पीना खाकर वापस अपने गांव अक्टोहा लौट गए थे.