
MP News: राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGPV) के फरार चल रहे पूर्व कुलपति प्रोफेसर सुनील कुमार को मध्य प्रदेश पुलिस ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से गिरफ्तार कर लिया. भोपाल पुलिस कमिश्नर ने इस खबर की पुष्टि की है. RGPV भ्रष्टाचार मामले में अब तक चार गिरफ्तारी हो गई हैं.
भोपाल पुलिस कमिश्नर हरी नारायण चारी मिश्र ने aajtak.in को बताया कि भ्रष्टाचार केस के फरार चल रहे प्रो सुनील कुमार को रायपुर की एक सुनसान जगह पर बने फ्लैट से गिरफ्तार किया गया है. फरारी के दौरान वह अपनी बार-बार लोकेशन बदल रहे थे. कार्रवाई में जुटी पुलिस को आरोपी के रायपुर में होने की सूचना मिली. इस पर पुलिस टीमों को भेजा गया और लोकेशन ट्रेस होने पर आरोपी पकड़े गए. अब अन्य 2 फरार आरोपियों यूनिवर्सिटी के तत्कालीन रजिस्ट्रार आरएस राजपूत और रिटायर्ड फाइनेंस कंट्रोलर ऋषिकेश वर्मा की भी तलाश जारी है.
बता दें कि राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में बीते दिनों भ्रष्टाचार का एक मामला सामने आया था. इसके मुताबिक, तत्कालीन कुलपति सुनील कुमार, कुलसचिव आरएस राजपूत, वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा की मिलीभगत से यूनिवर्सिटी के 19.48 करोड़ रुपए बैंककर्मी कुमार मयंक के खाते में डाल दिए गए थे.
यूनिवर्सिटी के खाते से 19.48 करोड़ रुपए निजी खातों में ट्रांसफर किए जाने के मामले में प्रभारी कुलपति ने 3 मार्च को भोपाल के गांधी नगर पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज करवाई थी. इसमें यूनिवर्सिटी के तत्कालीन कुलपति प्रो. सुनील कुमार, तत्कालीन रजिस्ट्रार आरएस राजपूत, रिटायर्ड फाइनेंस कंट्रोलर ऋषिकेष वर्मा, RBL बैंक के कर्मचारी कुमार मयंक और दलित संघ सोहागपुर (NGO) के सदस्य सुनील कुमार रघुवंशी पर गड़बड़ी का आरोप लगाया.
पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए बैंककर्मी कुमार मयंक को 22 मार्च के दिन अहमदाबाद (गुजरात) से गिरफ्तार कर लिया. वहीं, 6 अप्रैल को एक और आरोपी सुनील कुमार रघुवंशी को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. आज आरोपी तत्कालीन कुलपति सुनील कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. फिलहाल तत्कालीन रजिस्ट्रार आरएस राजपूत, रिटायर्ड फाइनेंस कंट्रोलर ऋषिकेष वर्मा और एनओजी के जिम्मेदार सदस्य फरार हैं.
3 मार्च से फरार थे प्रो सुनील कुमार
भ्रष्टाचार मामले में 3 मार्च को एफआईआर दर्ज होने के बाद से आरोपी तत्कालीन कुलपति सुनील कुमार फरार थे. 5 मार्च को उन्होंने जबलपुर हाईकोर्ट में FIR रद्द करवाने के लिए गुहार लगाई, लेकिन अदालत ने 20 मार्च को आवेदन खारिज कर दिया. हालांकि, इससे पहले ही प्रो सुनील कुमार ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया. यही नहीं, भोपाल की अदालत ने भी आरोपी की अग्रिम जमानत याचिका भी खारित कर दी थी.
वहीं, 7 मार्च को तकनीकी शिक्षा विभाग ने तत्कालीन कुलसचिव आरएस राजपूत को सस्पेंड कर दिया. राजभवन की ओर से डॉ रूपम गुप्ता को RGPV का प्रभारी कुलपति बनाया गया. इसके बाद 11 मार्च तकनीकी शिक्षा विभाग ने इस मामले की जांच के लिए विस्तृत जांच समिति गठित कर दी.