
मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम और भाजपा की वरिष्ठ नेत्री उमा भारती ने शुक्रवार को एक बार फिर अपनी ही सरकार को घेरा और क्षेत्रीय जातिगत समीकरणों से लेकर रोजगार तक पर खुलकर बात की. उमा ने कहा कि मध्य प्रदेश में क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन बिगड़ा हुआ है. ग्वालियर, विंध्य और बुंदेलखंड में कभी भी संघर्ष भड़क सकता है. इसके साथ ही उन्होंने सामान्य वर्ग को प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण देने की वकालत की.
उमा भारती ने शुक्रवार को भोपाल में अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उमा भारती ने कहा कि जिस समय ये मंत्रिमंडल विस्तार हो रहा था, तब वे लखनऊ में थीं और जब उन्हें इस बात की जानकारी लगी तो उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान को चेताया भी. उन्होंने आगे कहा कि ये चीजें अगर दुरुस्त नहीं होंगी तो ये असंतोष के रास्ते निकालेंगी. जैसे ज्वालामुखी अपना रास्ता निकालता है.
असमानता अराजकता का रूप लेगी
उन्होंने कहा- मैं शुरू से ही कह रही हूं शिवराज जी से कि शासन और प्रशासन में भी जातिगत संतुलन बिगड़ा हुआ है. ग्वालियर, सागर और रीवा संभाग का भी जातिगत बिगड़ा हुआ है. जब मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ, तब मैं दुर्भाग्य से लखनऊ की CBI कोर्ट में थी. मैंने TV पर देखा तो शिवराज से कहा कि भैया प्लीज ये गलत हो रहा है. इसमें ग्वालियर, विंध्य, बुंदेलखंड और रीवा संभाग नेगलेक्ट हो रहा है. इससे कभी भी असंतोष भड़क सकता है. मैंने पहले ही इशारा कर दिया था कि सत्ता में शासन और प्रशासन में भागीदारी में असमानता नहीं दिखनी चाहिए. ये असामानता विभिन्न रूप में भड़केगी और अराजकता का रूप ले लेगी.
गरीब सवर्णों को आरक्षण मिलना चाहिए
उमा भारती ने गरीब सवर्णों की पैरोकारी की. उन्होंने कहा कि 10 परसेंट आरक्षण गरीब सवर्णों को भी देना पड़ेगा, हमें उनको पिछड़ा मानकर चलना पड़ेगा. ब्राह्मण, ठाकुर, बनिये के बच्चे भूखे मर रहे हैं. जब प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण की मांग हो तो उन्हें भी 10% आरक्षण मिलना चाहिए. इसके अलावा, ओबीसी, एससी-एसटी को प्राइवेट सेक्टर में भी आरक्षण मिलना चाहिए. खाने के लिए लोगों को मशक्कत करना पड़ रही है. अपने पेट काटने पड़ रहे हैं. अस्पतालों में लाख-दो लाख दिए बिना सांस नहीं ले पा रहे हैं. मकान बेच रहे हैं. औरतें अपने मंगलसूत्र बेच रही हैं. सरकारी योजनाओं का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है.
प्रीतम लोधी को माफ करें ब्राह्मण
उमा भारती ने प्रीतम लोधी के विवादित बयान को लेकर ब्राह्मण समाज से अपील करती हूं कि वो इसे बड़ा मुद्दा ना बनाएं और उसको माफ करें. साथ ही कहा कि अब मैं पिछड़ी जाति के लोगों से भी अपील करूंगी कि वो सामाजिक जाति का प्रयोग ना करें. आप व्यक्ति का, समाज का उच्चारण मत करिए और सिर्फ मुद्दे उठाइए. इसमें एक बड़ा वर्ग आपका साथ देगा, लेकिन गाली गलौच में आपका कोई साथ नहीं देगा.