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जनसुनवाई बनी अखाड़ा: महिलाओं के बीच हुआ खूनखराबा, घायल को एंबुलेंस से भेजना पड़ा अस्पताल

MP News: जनसुनवाई में अपनी शिकायत लेकर पहुंची सरोज राजपूत ने बताया कि वो पिछले 6 महीने से कलेक्टर कार्यालय के चक्कर काट रही है. आज जब वो जनसुनवाई में पहुंची तो दूसरी महिला ने लाइन से आगे निकालकर विवाद शुरू कर दिया.

जनसुनवाई कक्ष के बाहर मारपीट करती महिलाएं. जनसुनवाई कक्ष के बाहर मारपीट करती महिलाएं.
विकास दीक्षित
  • गुना,
  • 30 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 5:06 PM IST

मध्य प्रदेश के गुना में जनसुनवाई कक्ष अखाड़े में तब्दील हो गया है. सरकारी दफ्तर में फैली अव्यवस्था से नाराज आवेदकों के बीच आए दिन विवाद हो रहे हैं. जनसुनवाई के दौरान बुधवार को एक बार फिर विवाद हो गया. जनसुनवाई में अपनी फरियाद लेकर पहुंची दो महिलाओं के बीच हुए विवाद में बात खूनखराबे तक पहुंच गई. 

दरअसल, लाइन के आगे आने की होड़ लगी थी,इसी दौरान महिलाओं के बीच विवाद हो गया. सरोज राजपूत नाम की महिला ने ललिता बाई नाम की महिला के चेहरे पर हमला कर दिया. 

हमले में ललिता बाई लहूलुहान हो गई. ललिता बाई ने बताया कि वो पीएम आवास के लिए जनसुनवाई में पहुंची थी. लेकिन एक महिला ने उसके साथ विवाद किया और घायल कर दिया.

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जनसुनवाई में पहुंची सरोज राजपूत ने बताया कि वो पिछले 6 महीने से कलेक्टर कार्यालय के चक्कर काट रही है. आज जब वो जनसुनवाई में पहुंची तो दूसरी महिला ने लाइन से आगे निकालकर विवाद शुरू कर दिया.

जनसुनवाई में उठापटक को लेकर कलेक्टर का कहना है कि आवेदकों की तादाद पहले से ज्यादा बढ़ गई है. आवास, भूमि विवाद, झगड़े को लेकर जनसुनवाई में आवेदन आते हैं. जल्द ही नए सिस्टम को लागू किया जाएगा.
 
दरअसल, गुना में पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के पुत्र अमनबीर सिंह बैंस कलेक्टर बनाये गए हैं. लेकिन कलेक्टर अमनबीर सिंह द्वारा जनसुनवाई के लिए व्यवस्थाओं में बदलाव किया गया है, जिससे आवेदकों की परेशानी बढ़ गई है. जनसुनवाई कक्ष के बाहर सैंकड़ों की तादाद में आवेदक इकट्ठा हो रहे हैं लेकिन बढ़ते हुए आवेदकों को संतुष्ट करने में प्रशासन पूरी तरह से फेल साबित हो रहा है.

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