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मध्य प्रदेश: सतना में तीन मंजिला इमारत ढही, मलबे में दबकर एक की मौत, दो घायल

घटना के वक्त में रेनोवेशन का काम चल रहा था. इमारत के ढहने से इसमें काम कर रहे 3 मजदूर मलबे के नीचे दब गए. यह घटना होते ही शहर में हड़कम्प मच गया. जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी एसडीआरएफ की टीम के साथ मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य में जुट गए. ढाई घंटे की मशक्कत के बाद 2 मजदूरों को सकुशल निकाल लिया गया जबकि एक का शव बरामद किया गया है.

सतना में 3 मंजिला इमारत ढह गई सतना में 3 मंजिला इमारत ढह गई
aajtak.in
  • सतना,
  • 04 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 7:11 AM IST

मध्य प्रदेश में सतना के सिटी कोतवाली थाना अंतर्गत बिहारी चौक के पास स्थित 3 मंजिला बिल्डिंग मंगलवार रात को तकरीबन साढ़े 10 बजे भरभरा कर ढह गई. यह नरेंद्र सबनानी नाम के व्यापारी की कपड़े की दुकान थी. घटना के वक्त में रेनोवेशन का काम चल रहा था. इमारत के ढहने से इसमें काम कर रहे 3 मजदूर मलबे के नीचे दब गए. यह घटना होते ही शहर में हड़कम्प मच गया. जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी एसडीआरएफ की टीम के साथ मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य में जुट गए. ढाई घंटे की मशक्कत के बाद 2 मजदूरों को सकुशल निकाल लिया गया जबकि एक का शव बरामद किया गया है.

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जेसीबी से हटाया गया मलबा

दो जेसीबी मशीन को लाकर मलबा हटाना शुरू किया गया. लगभग 3 घंटे की जद्दोजहद के बाद मलबे में दबे दोनों मजदूरों को बारी बारी से सुरक्षित निकाल लिया गया. दोनों को ज्यादा चोटें नहीं आई हैं. इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.  जबकि एक अन्य की मौत हो गई.

 

— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) October 3, 2023

10 दिन से चल रहा था निर्माण कार्य

जानकारी के मुताबिक इस बिल्डिंग के भूतल पर पिंकी कलेक्शन के नाम से कपड़ों की दुकान संचालित है जबकि ऊपर की दो मंजिलों पर भवन मालिक पिंकी साबनानी निर्माण करा रहे थे. पिछले 10 दिनों से यहां निर्माण कार्य चल रहा था. शायद यही वजह थी कि 40 साल पुरानी इमारत तोड़फोड़ की वजह से कमजोर हो गई और ढह गईं.

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सैकड़ों टन मलबे के नीचे दबे मजदूर

रात को दुकान बंद करने के बाद पिछले हिस्से में निर्माण कार्य किया जा रहा था. घटना में दुकान मालिक समेत 3 मजदूरों को मामूली चोटें आईं जबकि 3 मजदूर सैकड़ों टन मलबे में दब गए. मगर जैसा कहते हैं कि जाको राखे साइयां, मार सके न कोय तो वही इन दोनों मजदूरों के साथ भी हुआ. सैकड़ों टन मलबे के नीचे दबे होने के बाद भी दोनों को मामूली चोटें ही आई हैं. जब की एक की किस्मत साथ नहीं दी और मलबे में दबने से मौत हो गई. दुकान के काउंटर की वजह से दोनों मजदूर की जान बच गई.

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