
मध्यप्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क में पिछले महीनों स्वास्थ्य परीक्षण के लिए क्वारंटाइन किए गए चीतों की बड़े बाड़े में की जा रही शिफ्टिंग का सिलसिला जारी है. गौरव, शौर्य, अग्नि और वायु के बाद अब आशा गामिनी और प्रभाष नाम के चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया है. इन चीतों को मिलाकर बड़े बाड़े में चीतों की कुल संख्या 4 से बढ़कर 7 हो गई है. जबकि शावक सहित 8 चीते अभी भी क्वारंटाइन बाड़ों में मौजूद हैं, जिन्हें भी जल्द बड़े बाडे में छोड़ा जाएगा.
कूनो पार्क प्रबंधन की तरफ से बताया गया कि मंगलवार देर शाम को 3 चीतों, जिसमें 2 मादा आशा व गामिनी और एक नर चीते प्रभाष का स्वास्थ्य परीक्षण पूरा किया गया. इसके बाद प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सॉफ्ट रिलीज बोमा में छोड़ा गया है. तीनों चीतों को छोड़ने से पहले सेटेलाइट कॉलर पहनाया गया.
पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ वार्डन असीम श्रीवास्तव ने aajtak को बताया, पिछले महीनों में खुले जंगल से हेल्थ चैकअप के लिए सभी चीतों को क्वारंटाइन बाड़ों में रखा गया था. अब 17 सितंबर से स्वास्थ्य परीक्षण पूर्ण होने के बाद चीतों को क्रमबद्ध तरीके से बड़े बोमा में छोड़ा जा रहा है. अब 7 चीते बड़े बाडे में रिलीज किए गए हैं, वे पूरी तरह स्वस्थ्य हैं.
बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में पिछले दिनों बीमारी, आपसी हिंसक झड़प और स्किन इंफेक्शन जैसे अलग-अलग कारणों के चलते चीतों की मौतें हो गई थीं. जिसके बाद खुले जंगल में स्वछंद विचरण कर रहे चीतों को वापस लाकर क्वारंटाइन कर दिया गया था, जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर निगरानी में रखा गया. अब उन्हें वापस पहले बड़े बड़े और फिर खुले जंगल में रिलीज करने की प्रकिया शुरू कर दी गई है.
कूनो नेशनल पार्क में वर्तमान में कुल 15 चीते मौजूद हैं. इनमें नामीबिया से लाए गए 6 चीते और साउथ अफ्रीका से लाए गए 8 चीते शामिल हैं. इनके अलावा एक मादा शावक है, जिसका जन्म भारतीय धरती पर हुआ है.