
मध्य प्रदेश का मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस जनवरी से डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की जन्मस्थली महू से पूरे राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी BJP के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू करेगा. भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता डॉ. आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को इंदौर जिले के महू की सैन्य छावनी में हुआ था, जिसे अब आधिकारिक तौर पर डॉ. आंबेडकर नगर के नाम से जाना जाता है.
कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक न्यूज एजेंसी से कहा, ''संविधान की रक्षा के लिए कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और उनके पूर्ववर्ती राहुल गांधी अगले महीने डॉ. आंबेडकर की जन्मस्थली महू से बीजेपी के खिलाफ मध्य प्रदेश के हर गली-मोहल्ले में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की श्रृंखला शुरू करेंगे."
पटवारी ने बताया कि कार्यक्रम आयोजित करने का अंतिम निर्णय अगले कुछ दिनों में लिया जाएगा. यह 25, 26 या 27 जनवरी हो सकता है. जय बापू, जय भीम और जय संविधान के नारे हवा में गूंजेंगे."
बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले राहुल गांधी ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए दावा किया था कि अगर वह सत्ता में आई तो संविधान को खत्म कर देगी. हालांकि, भगवा पार्टी ने इस आरोप को सिरे से नकार दिया था और पलटवार करते हुए कहा था कि कांग्रेस ने डॉ. आंबेडकर के जीवित रहते उनका अपमान किया.
हाल ही में संसद में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. आंबेडकर पर दिए गए बयान ने संविधान को लेकर विपक्षी खेमे को हवा दे दी. पटवारी के अनुसार, विरोध प्रदर्शन की शुरुआत के लिए मध्य प्रदेश को चुना गया है, क्योंकि डॉ. आंबेडकर का जन्म इसी राज्य में हुआ था.
दूसरी बात यह कि दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में भी यह सबसे कमजोर राज्य है. पटवारी ने कहा, "राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह दिखाता है कि देश में दलितों और ओबीसी के खिलाफ अपराध के मामले में मध्य प्रदेश सबसे ऊपर है."
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि दो दिन पहले देवास में पुलिस हिरासत में एक दलित व्यक्ति की मौत के बाद कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करने का मन बना लिया है. लोकसभा में विपक्ष के नेता गांधी ने पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत की निंदा की और कहा कि वहां की सरकार के समर्थन के बिना यह संभव नहीं था.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस 'शर्मनाक और बेहद निंदनीय' घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि पार्टी 'बहुजनों' के अधिकारों के लिए लड़ती रहेगी और उन्हें न्याय दिलाएगी.