Advertisement

'ज्ञानवापी मस्जिद नहीं, भगवान शंकर का मंदिर है, इसे मस्जिद कहना बंद करो' छिंदवाड़ा में बोले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

ज्ञानवापी पर अब कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री का बयान आया है. बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है कि ज्ञानवापी कोई मस्जिद नहीं है. इसलिए उसे मस्जिद नहीं कहा जाना चाहिए. इतना ही नहीं शास्त्री ने ज्ञानवापी को भगवान शंकर का मंदिर बताया है.

कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री (File Photo) कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री (File Photo)
रवीश पाल सिंह
  • छिंदवाड़ा/भोपाल,
  • 07 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 2:45 PM IST

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में रामकथा करने पहुंचे बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ज्ञानवापी को लेकर बड़ा बयान दिया है. सोमवार को जब उनसे ज्ञानछिवापी मस्जिद के सर्वे को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने ज्ञानवापी को मस्जिद मानने से इनकार कर दिया. कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि ज्ञानवापी कोई मस्जिद नहीं है, वह भगवान शंकर का मंदिर है. उसे मस्जिद कहना बंद किया जाना चाहिए.

Advertisement

दरअसल, कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के आमंत्रण पर छिंदवाड़ा के समरिया में रामकथा का वाचन करने पहुंचे हैं. यहां कमलनाथ खुद और उनके बेटे नकुलनाथ परिवार सहित धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने पहुंच रहे हैं. इसके अलावा कार्यक्रम क्षेत्र में रोजाना हजारों लोगों की भीड़ भी जुट रही है. 

हम हमेशा सब जगह जाते हैं: शास्त्री

पंडित धीरेंद्र शास्त्री से जब कथा और एमपी के आगामी चुनावों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह सियासी आदमी नहीं हैं, उन्हें इससे दूर रखा जाना चाहिए. छिंदवाड़ा में कथावाचन पर उन्होंने कहा कि उन्हें छिंदवाड़ा आकर अच्छा लगा, हम हमेशा से सब जगह जाते हैं. कमलनाथजी धाम भी गए थे. सनातन सबका है. धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा,'हमारे लिए सब समान हैं, पूरा विश्व एक सा है. जो बालाजी का है, वह हमारा है. हमारा संकल्प पूरा हो रहा है.' उन्होंने नूंह हिंसा पर कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि सनातनी हिंदुओं को इस प्रकार का कार्य देखना पड़ रहा है. इसलिए जागो. 

Advertisement

हवाई पट्टी से शास्त्री को घर ले गए कमलनाथ

कथा से पहले जब धीरेंद्र शास्त्री छिंदवाड़ा पहुंचे थे तो स्वागत के लिए खुद कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ हवाई पट्टी पर पहुंचे थे. वे यहां से धीरेंद्र शास्त्री को अपने घर ले गए. घर पर कमलनाथ ने धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का तिलक लगाकर स्वागत किया. कथा से पहले ही पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के स्वागत में पूरा छिंदवाड़ा शहर पोस्टरों से पटा पड़ा है. इसके साथ ही कमलनाथ और नकुलनाथ के फोटो के साथ कमलनाथ की बनवाई गई 108 फीट ऊंची हनुमानजी की मूर्ति का फोटो भी है.

पहली बार कांग्रेसी नेता ने कराई शास्त्री की कथा

बता दें कि, छिंदवाड़ा के सिमरिया में धीरेंद्र शास्त्री की रामकथा के लिए करीब 25 एकड़ जमीन किराये पर ली गई है. सिमरिया में ही कमलनाथ ने 108 फीट ऊंची हनुमानजी की मूर्ति बनवायी है, जिसके साथ ही एक मंदिर भी बनवाया है. इसी मंदिर के पास रामकथा का आयोजन किया जा रहा है. छिंदवाड़ा की मारुति नंदन सेवा समिति के संयोजक आनंद बख्शी, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा के लिए काफी समय से लगे हुए थे. ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोई कांग्रेसी नेता धीरेंद्र शास्त्री की कथा का आयोजन कर रहा है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement