
मध्य प्रदेश राजगढ़ जिले के खिलचीपुर उदय पैलेस में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने 73 समाज के अध्यक्षों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि तुम लोगों की फूट में सरकार का फायदा कैसे होगा? फूट डालो नीति करो से नेताओं का फायदा है. अंग्रेज चले गए, उनका बीज बचा हुआ है.
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि सबको डर है यह बात इसलिए बोल रहे हैं. हमारे पीछे विरोधी तो लगे हुए हैं. हमें यह भी पता है कि बोल्ड आउट होना है, लेकिन एक धीरेंद्र कृष्ण को कोई मिटाएगा, तब तक हम घर-घर धीरेंद्र कृष्ण की यात्रा प्रारंभ कर देंगे.
उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि जहां 73 समाजों के लोग आगे आकर हिंदू सनातन एकता के लिए एक हो रहे हैं. इसका श्रेय सबसे पहले भारतवर्ष में राजगढ़ को मिलेगा. इसके लिए सभी समाज एकजुट हों, तभी एक राष्ट्र बनेगा.
पं.धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अपनी लड़ाई के दूसरे मजहब के लोग मजे लेते हैं. अंग्रेज जब भारत में आए तो फूट डालो राज करो की नीति अपनाई. वर्तमान में हल्लीलाह वाले यही कर रहे हैं. आपकी लड़ाई का वह भड़काने का काम करते हैं.
धीरेंद्र शास्त्री बोले- हम चाहते हैं, हिंदू राष्ट्र हो, हमें राजनीति में नहीं जाना
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हम जातिवाद पर भरोसा नहीं करते. हम सिर्फ सद्भावना व मानवता पर भरोसा करते हैं. हमारा कर्म है हिंदू एक हो, हिंदू राष्ट्र हो. हमें कोई राजनीति में नहीं जाना. अब चुनाव आ गए हैं. तुम्हें लड़ाने वाले आ गए हैं. जातिवाद के नाम पर कुर्ता पायजाम, पुरानी गाड़ी लेकर 14 लाख में नेताजी बनकर जातिवाद पर बांट देंगे. धीरेंद्र शास्त्री ने 73 समाज के लोगों को इस कार्यक्रम में अगड़े पिछड़े की लड़ाई बंद कर एक होने का संकल्प दिलाया.
समाज में फैला रहे प्रायोजित जहर
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि षड्यंत्रकारी प्रायोजित ढंग से अगड़े–पिछड़े का जहर फैला रहे हैं. लव जिहाद, रामचरित मानस को जलाना, ये सब षड्यंत्र है. हमारे ही भाई षड्यंत्र के शिकार होकर भगवान को बाहर निकाल रहे हैं. बाहरी लोग हमारी बहन–बेटियों को फंसा रहे हैं. पिछड़े समाज को मंचों पर खड़ा करेंगे. जातीय कट्टरता समाज के लिए घातक है. सबको मंदिर में दर्शन करने का अधिकार मिलना है. कुप्रथा को समाप्त करना है. कोई समाज का व्यक्ति गलती करता है तो उसको पूरे समाज से न जोड़ा जाए. हमारी लड़ाई के मजे दूसरे लेते हैं. इस समय में सद्भाव मंच के साथ बैठक करें, दोनों पक्ष बैठें. आज से हम भी नई यात्रा शुरू करेंगे. हर जिले में समाजों की बैठक करेंगे.