
MP News: गुना जिले की राघोगढ़ सीट से चुनाव जीतने के बाद जयवर्द्धन सिंह पहली बार जनता से रूबरू हुए. पिछली बार से कम मार्जिन पर चुनाव जीतने वाले विधायक ने जनता से माफी मांगते हुए अपनी गलतियों को सुधारने का संकल्प लिया.
जयवर्द्धन ने कहा कि 2023 के चुनाव की जीत अब तक की सबसे बड़ी जीत है. पिता दिग्विजय सिंह को नीचा दिखाने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय नेता राघोगढ़ पहुंचे थे. राघोगढ़ में षड्यंत्र के माध्यम से बाहरी लोगों को बसाया गया है. बीजेपी की प्लानिंग थी कि राघोगढ़ सीट पर कब्जा किया जाए.
कांग्रेस विधायक ने बताया कि चुनाव जीतने के बाद दिल्ली से उनके पास फोन कॉल आया था. कॉल करने वाले भाजपा की नजदीकी व्यक्ति थे. उन्होंने हैरानी जताई कि आखिरकार जयवर्द्धन चुनाव कैसे जीत गए? बीजेपी ने तो पूरी तैयारी कर ली थी चुनाव हराने की.
जयवर्द्धन ने कम मार्जिन से चुनाव जीतने का ठीकरा खुद के सिर पर फोड़ा. जयवर्द्धन ने कहा कि कम मार्जिन का आरोप उनके ऊपर लगाया जाए, पिछले 10 वर्षों में कोई गलती हुई है तो माफ कीजिए. कहा कि गलतियों से सीख लेकर जनता की समस्याओं को दूर करेंगे. गांव गांव घर घर जाकर मतदाताओं का ध्यान रखेंगे.
जयवर्द्धन सिंह ने अपने प्रतिद्वंदी बीजेपी प्रत्याशी हीरेन्द्र सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि वे नकारात्मक राजनीति में विश्वास रखते हैं. डराने धमकाने वाला नकारात्मक राजनीति करने वाला दुष्ट होता है. कर्तव्य धर्म और साहस से काम करने वाले को कोई हरा नहीं सकता. मुझसे जो भी गलतियां हुई हैं. उनके लिए माफी चाहता हूं.
बता दें कि जयवर्द्धन सिंह महज 4505 वोटों से चुनाव जीत पाए हैं. 2018 के चुनाव में जयवर्द्धन सिंह 43 हजार से ज्यादा वोटों से चुनाव जीते थे. भाजपा ने रणनीतिपूर्वक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्द्धन की घेराबंदी की थी. खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया राघोगढ़ सीट के प्रभारी थे जो चुनाव के दौरान पल पल की खबर ले रहे थे. राघोगढ़ किले की घेराबंदी में कुछ हद तक भाजपा सफल भी हुई. कम मार्जिन से जीत हासिल करने के बाद जयवर्द्धन पहली बार जनता के बीच पहुंचे थे.
यही नहीं, पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जयवर्द्धन सिंह ने आगे कहा कि मोहन यादव भले ही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए हैं. लेकिन मध्यप्रदेश में बीजेपी का सबसे बड़ा चेहरा शिवराज सिंह चौहान ही रहेंगे.