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रंगे हाथों पकड़ा गया सरकारी डॉक्टर... पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने के एवज में रिश्वत लेने पर फंसा

MP News: वीरेंद्र यादव के भतीजे बाली यादव की करीब डेढ़ महीने पहले गांव के तालाब में डूबकर मौत हो गई थी और डॉक्टर मांझी ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को भेजने के एवज में 10 हजार रुपये की मांग की थी.

(प्रतीकात्मक तस्वीर) (प्रतीकात्मक तस्वीर)
aajtak.in
  • उमरिया ,
  • 03 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 5:43 PM IST

मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में एक सरकारी डॉक्टर को 3000 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया है. डॉक्टर ने एक शख्स से उसके भतीजे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने के एवज में घूस मांगी थी. 

पुलिस अधीक्षक गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि मानपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टर राजेंद्र मांझी (30) को भ्रष्टाचार निरोधक लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ा. वीरेंद्र कुमार यादव की शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई. 

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लोकायुक्त पुलिस उपाधीक्षक प्रमोद कुमार ने बताया कि वीरेंद्र  यादव के भतीजे बाली यादव की करीब डेढ़ महीने पहले गांव के तालाब में डूबकर मौत हो गई थी और डॉ मांझी ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को भेजने के लिए 10,000 रुपये की मांग की थी, ताकि परिवार मुआवजे के लिए आवेदन कर सके.

डीएसपी ने बताया कि बाद में डॉ मांझी ने 6,000 रुपये में समझौता कर लिया और वीरेंद्र  यादव ने 3,000 रुपये की पहली किस्त देने के बाद पुलिस से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि सीएचसी में डीएसपी राजेश खेड़े सहित 12 सदस्यीय टीम ने जाल बिछाया और डॉक्टर को पकड़ लिया गया.

डॉक्टर मांझाी एक साल पहले ही मानपुर सीएचसी पर पदस्थ हुए थे. उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार ने यादव परिवार को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी है. 

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