
मध्य प्रदेश के रतलाम स्थित सरकारी अस्तपाल में लापरवाही का मामला सामने आया है. इस बेड पर मरीज को होना चाहिए था, वहां कुत्ता आराम फरमा रहा था. राम भरोसे चल रहे रतलाम के सरकारी अस्पताल में उसे कोई रोकने-टोकने वाला नहीं था.
यह पहला मौका नहीं है, जब रतलाम के सरकारी अस्पताल चर्चा में रहे हों. इससे पहले भी इसी तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. ताजा घटना आलोट अस्पताल की है. यहां मरीजों की जगह बेड पर कुत्ता आराम फरमा रहा था. इस मामले में जब जिम्मेदारों से बात की गई, तो ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर गोलमोल जवाब देते नजर आए.
डॉक्टर अब्दुल कादरी ने कहा, "सुबह जब इमरजेंसी कॉल पर अस्पताल पहुंचे, तो दरवाजा खोला था. इसी दौरान कुत्ता अंदर घुस गया था. इसके बाद वह बेड पर कूदने लगा. इसी दौरान लोगों ने वीडियो बना लिया."
दरअसल, आलोट के इस अस्पताल कि बदहाली किसी से छिपी नहीं है. तीन डॉक्टरों के भरोसे आलोट और आस-पास के क्षेत्र हैं. यहां प्राथमिक इलाज के बाद मरीजों को रेफर कर दिया जाता है.
डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की कमी की वजह से ऐसे ही हालात जिले के कई सरकारी अस्पतालों के हैं. मगर, व्यवस्थाएं सुधरने का नाम ही नहीं ले रही हैं. बहरहाल, इस घटना के बाद से आलोट के सरकारी अस्पताल प्रबंधन की जमकर किरकिरी हो रही है.
इससे पहले जिले के एक अस्पताल में कोमा में भर्ती एक मरीज के पैर को चूहों ने कुतर डाला था. एक अन्य मामले में एक मरीज ने रतलाम मेडिकल कॉलेज के गेट पर ही तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया था, लेकिन उसे इलाज नसीब न हो सका था.
आलोट के पास एक गांव के रहने वाले एक शख्स की तबीयत बिगड़ गई थी. परिजन उसे लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे, लेकिन उसे बेड नहीं मिला था. मरीज गेट नंबर 2 के सामने घंटों तड़पता रहा था.