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MP: भोपाल की ऐतिहासिक मोती मस्जिद में चोरी, गुंबद पर लगा कलश चुरा ले गए चोर

भोपाल की ऐतिहासिक मोती मस्जिद के गुंबद पर लगा कलश चोरी हो गया. बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात में चोरी की गई है. मस्जिद कमेटी ने कहा चोरी में एक से ज्यादा लोगों का हाथ है. अकेला व्यक्ति कलश चोरी नहीं कर सकता. मामले की एफआईआर दर्ज कर ली गई है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही चोरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

मोती मस्जिद के गुंबद पर लगा कलश चोरी मोती मस्जिद के गुंबद पर लगा कलश चोरी
रवीश पाल सिंह
  • भोपाल,
  • 06 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 6:50 PM IST

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल की ऐतिहासिक डेढ़ सौ साल पुरानी मोती मस्जिद (Moti Masjid) के गुंबद से कलश चोरी हो गया है. गुरुवार सुबह जब मस्जिद में लगा एक कलश नजर नहीं आया, तो चोरी होने का पता चला. मामले में मस्जिद कमेटी की ओर से एफआईआर दर्ज करवाई गई है. पुलिस का कहना है कि हम जल्द ही चोरों को पकड़ लेंगे.

गुरुवार सुबह मस्जिद के चौकीदार की नजर जब गुंबद की ओर गई, तो उसकी आंखें फटी रह गईं. एक गुंबद पर लगा कलश गायब था. तुरंत ही उसने इसकी जानकारी मस्जिद कमेटी को दी. कमेटी मेंम्बर ने चेक किया, तो कलश गायब मिला. मस्जिद के गुंबद पर तीन कलश लगे हुए हैं. इनमें में एक चोरी कर लिया गया है.

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मस्जिद कमेटी ने चोरी की वारदात की जानकारी तलैया थाना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन कर चोरी को एफआईआर दर्ज कर ली है. तलैया थाना के नागेंद्र पटेरिया का कहना है कि चोरी बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात की गई है. मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है. जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा.

कलश भारी है, अकेला आदमी नहीं उठा सकता

कलश चोरी पर मस्जिद कमेटी सदस्यों का कहना है कि गुंबद पर लगा कलश हल्का नहीं है, उसमें बहुत वजन है. उसे चोरी करना अकेले व्यक्ति का काम नहीं है. जरूर इस काम में कई लोग शामिल हैं. कलश कीमती धातु से बना है.

मस्जिद के पिछले हिस्से में सीसीटीवी नहीं

मोती मस्जिद के परिसर में कई सीसीवीटी कैमरे लगे हुए हैं. लेकिन इसके पीछे वाले हिस्से में सीसीटीवी नहीं लगा है. कहा जा रहा है कि चोर इसी रास्ते से मस्जिद में दाखिल हुए और कलश चोरी करके आराम से फरार हो गए. 

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150 साल से ज्यादा पुरानी है मोती मस्जिद

आपको बता दें कि मोती मस्जिद करीब 150 साल से भी ज्यादा पुरानी मस्जिद है. इस मस्जिद का निर्माण कदसिया बेगम की बेटी सिकंदर जहां बेगम ने साल 1868 में करवाया था.

 

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