
गुरुवार 13 जुलाई को भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ग्वालियर पहुंचेंगी. अपने दौरे में वह शहर में स्थित IIITM Gwalior कॉलेज में जाएंगी, साथ ही साथ वे जय विलास महल भी जाएंगी. उनके आगमन की तैयारी के लिए कई सांस्कृतिक प्रोग्राम होने जा रहे हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया खुद पूरे कार्यक्रम की तैयारी में जुटी हुई हैं. बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति मुर्मू ग्वालियर महल के संग्रहालय का दौरा करेंगी साथ ही साथ पूरे सिंधिया परिवार के साथ दोपहर का भोजन भी करेंगी. उनके विशेष खाने के लिए अनेक बावर्ची लगे हुए है.
व्यंजन बनाने वालों को खास आदेश है कि किसी भी व्यंजन में अदरक, लहसन, प्याज, काला नमक और चाट मसाला नहीं डाला जाएगा. यह ध्यान में रखते हुए की राष्ट्रपति सिर्फ सात्विक भोजन करती हैं. हर व्यंजन को ध्यान से बनाया जा रहा है. खाने की विशेष बात यह है की इसमें महाराष्ट्र, ओडिशा और नेपाल के कई विशेष व्यंजन हैं.
इससे पूर्व भारत के छह यशस्वी राष्ट्रपतियों, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन, ज्ञानी ज़ैल सिंह, शंकरदयाल शर्मा, डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम और प्रतिभा पाटिल का स्वागत सिंधिया परिवार ने यहां किया है.
राष्ट्रपति की अगवानी में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, सीएम शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, मप्र के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस सहित अन्य माननीय व उच्चाधिकारी मौजूद रहेंगे. राज्य शासन की ओर से प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट को मिनिस्टर इन वेटिंग नियुक्त किया गया है.