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बैतूल में हार गई जिंदगी! 84 घंटे चला रेस्क्यू, नहीं बच पाया 400 फीट गहरे बोरवेल में फंसा 8 साल का तन्मय

बैतूल में बोरवेल में गिरे तन्मय साहू की मौत हो गई है. उसे सुबह 6 बजे रेस्क्यू किया गया था. जांच के बाद डॉक्टरों ने तन्मय को मृत घोषित कर दिया. उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है. 84 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के टीम को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा.

बोरवेल में गिरे तन्मय साहू की हुई मौत. बोरवेल में गिरे तन्मय साहू की हुई मौत.
राजेश भाटिया
  • बैतूल,
  • 10 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 8:11 AM IST

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बैतूल (Betul) में बोरवेल में गिरे आठ साल के तन्मय की मौत हो गई है. 84 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद शनिवार सुबह 6 बजे तन्मय को बोरवेल से बाहर निकाला गया था. मौके पर मौजूद मेडिकल टीम ने जांच के बाद तन्मय को मृत घोषित कर दिया.

मौत की पुष्टि जनसंपर्क अधिकारी एसके तिवारी ने की. बेटे की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया है. अब शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. इसके बाद शव परिवार को सौंप दिया जाएगा.

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बता दें मंगलवार की शाम पांच बजे आठ साल का तन्मय दोस्तों संग लुका-छुपी खेलते-खेलते 400 फीट गहरे बोरवेल में जा गिरा था. घटना के बाद से एनडीआरएफ, एसडीईआरएफ, पुलिस, प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पीएचई विभाग सहित 250 से ज्यादा लोग मांडवी गांव में रेस्क्यू में जुटे हुए थे.

दो साल से बंद था बोरवेल

400 फीट गहरा बोरवेल नानक चौहान नाम के किसान के खेत पर था. दो साल से बोरवेल बंद था. जब तन्मय उसमें गिरा था, उस दौरान वह 55 फीट की गहराई पर फंस गया था. रेस्क्यू के दौरान रस्सी में फंदा (वर्टिकल लिफ्टिंग) के तन्मय को निकालने का प्रयास किया गया था, लेकिन कुछ ऊपर आने के बाद प्रयास असफल हो गया था और तन्मय 38 फीट की गहराई पर अटक गया था.

84 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन.

पानी और कठोर पत्थर बने मुसीबत

घटना की जानकारी मिलने के बाद रेस्क्यू के लिए बोरवेल से करीब 30 फीट की दूरी पर बराबर गड्ढे की खुदाई शुरू की गई थी. शुरूआत में 46 फीट तक खुदाई करने के बाद 10 फीट (आड़े में ) होरिजेंटल खुदाई की गई थी.

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मगर, खुदाई के दौरान पानी और कठोर चट्टानों के कारण रेस्क्यू में बार-बार बाधा आती रही. हर बार मुसीबतों को पार करके दोबारा ऑपरेशन शुरू किया गया था, लेकिन अंत में तन्मय को नहीं बचाया जा सका. 

मौके पर डटे रहे अधिकारी

घटना के बाद से पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों सहित रेस्क्यू टीम भी मौके पर डटी रही थी. एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी लगातार अधिकारियों के संपर्क में बने हुए थे.

 

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