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अंडे का ठेला लगाने वाले को इनकम टैक्स का नोटिस... दिल्ली में युवक के नाम पर मिली फर्जी कंपनी, 50 करोड़ का टर्नओवर!

मध्य प्रदेश में दमोह के एक अंडा विक्रेता के नाम पर दिल्ली में करोड़ों का कारोबार करने वाली फर्जी कंपनी का खुलासा हुआ है. आयकर विभाग ने 50 करोड़ रुपये के टर्नओवर और 6 करोड़ रुपये के बकाया जीएसटी को लेकर उसे नोटिस भेजा है. पीड़ित युवक का कहना है कि वह कभी दिल्ली गया ही नहीं और उसके नाम पर यह कंपनी कैसे बनी, उसे इसकी कोई जानकारी नहीं है. इससे पीड़ित परिवार परेशान है.

पीड़ित युवक ने मामले की शिकायत की है. (Screengrab) पीड़ित युवक ने मामले की शिकायत की है. (Screengrab)
शांतनु भारत
  • दमोह,
  • 30 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 12:38 PM IST

मध्य प्रदेश के दमोह में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां पथरिया नगर के एक अंडा विक्रेता के नाम पर दिल्ली में करोड़ों का कारोबार करने वाली फर्जी कंपनी पाई गई है. इस कंपनी का टर्नओवर 50 करोड़ रुपये से अधिक है और इस पर 6 करोड़ का जीएसटी बकाया है. आयकर विभाग ने इस मामले में अंडा विक्रेता को नोटिस भेजकर बैंक स्टेटमेंट और अन्य दस्तावेज मांगे हैं, जिससे उसका पूरा परिवार सदमे में है.

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जानकारी के अनुसार, पथरिया नगर के रहने वाले प्रिंस सुमन अंडे का ठेला लगाकर आजीविका चलाते हैं. उनके नाम पर दिल्ली में प्रिंस इंटरप्राइजेज नाम से एक कंपनी रजिस्टर्ड पाई गई, जिसने 2022 से 2024 तक करीब 50 करोड़ रुपये का कारोबार किया. यह कंपनी चमड़ा, लकड़ी और आयरन का व्यापार कर रही थी, लेकिन इसने जीएसटी का भुगतान नहीं किया. इसके चलते आयकर विभाग ने अब प्रिंस सुमन को 6 करोड़ रुपये के बकाए का नोटिस भेजा है.

यह भी पढ़ें: इनकम टैक्स में छूट, GST से लेकर विपक्ष के आरोपों तक, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिया हर सवाल का जवाब

प्रिंस सुमन ने बताया कि वह कभी दिल्ली गया ही नहीं और सिर्फ इंदौर में मजदूरी करने गया था. उन्होंने किसी को अपना पैन कार्ड या आधार कार्ड नहीं दिया, फिर भी उनके नाम पर फर्जी कंपनी बना दी गई. आयकर विभाग का नोटिस मिलने के बाद उनका पूरा परिवार डर के साए में है.

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प्रिंस के पिता श्रीधर सुमन एक छोटी किराना दुकान चलाते हैं, उन्होंने इस मामले में एसपी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है. अधिवक्ता अभिलाष खरे ने बताया कि इस मामले की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने आयकर विभाग को पत्राचार किया है और पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है, ताकि इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हो सके.

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