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असली डॉक्टर की डिग्री पर फरेबी लड़की बन गई मेडिकल अफसर, ऐसे खुल गई पोल

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक असली डॉक्टर की डिग्री को लेकर एक फरेबी महिला महाराष्ट्र में मेडिकल अफसर बन गई. फर्जीवाड़ा करने वाले युवती की पोल उस वक्त खुल गई जब वो मेडिकल कॉलेज पहुंचकर असली महिला डॉक्टर की डुप्लीकेट डिग्री निकलवाने की कोशिश कर रही थी. पुलिस ने आरोपी महिला और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
सर्वेश पुरोहित
  • ग्वालियर,
  • 11 जून 2023,
  • अपडेटेड 11:31 PM IST

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में डॉक्टरों की फर्जी डिग्री का काला धंधा सामने आया है. महाराष्ट्र के मालेगांव नगर निगम में (RMO) रीजनल मेडिकल ऑफिसर के पद पर काम करने वाली युवती और उसके पार्टनर को पुलिस ने इस मामले में पकड़ा है.

आरोपी युवती पार्षद की डॉक्टर भांजी के दस्तावेजों के आधार पर सरकारी नौकरी कर रही थी. युवती ने खुद को महिला डॉक्टर बताकर उसकी डिग्री की डुप्लीकेट कॉपी निकालने की कोशिश की लेकिन मेडिकल कॉलेज का क्लर्क भांप गया जिसके बाद जालसाज पकड़े गए. वहीं पुलिस पकड़े गए दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

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दरअसल महाराष्ट्र के मालेगांव की रहने वाली युवती और उसका साथी मोहम्मद शफीक ग्वालियर निवासी डॉ.प्रतीक्षा शर्मा की डिग्री की डुप्लीकेट हासिल करने की फिराक में थे. डॉ.प्रतीक्षा शर्मा पांच साल पहले जीआरएमसी मेडिकल कॉलेज से पास आऊट हैं और इन दिनों दिल्ली में पीजी कर रही हैं. 

जालसाज युवती ने प्रतीक्षा शर्मा बनकर मेडिकल कॉलेज में आवेदन दिया था कि उसकी डिग्री खो गई है. उसकी डुप्लीकेट कॉपी दी जाए लेकिन मेडिकल कॉलेज के क्लर्क को शंका हुई तो उसने तुरंत पार्षद सतीश बोहरे को इस बात की जानकारी दी.

जब इस फर्जीवाड़े का पता पार्षद को चला तो उन्होंने तत्काल झांसी रोड थाना पहुंचकर इसकी शिकायत की. वहीं पुलिस ने देरी ना करते हुए विराट सिटी सेंटर स्थित होटल में छापा मारकर युवती और उसके पार्टनर को गिरफ्तार कर लिया. 

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पूछताछ करने पर युवती ने बताया कि वह मालेगांव नगर निगम में (RMO) मेडिकल ऑफिसर के पद पर पदस्थ है. जांच पड़ताल में पता चला कि यहां युवती डॉक्टर प्रतीक्ष शर्मा के दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रही थी और उसकी डुप्लीकेट कॉपी निकलवाने के लिए ग्वालियर अपने साथी के साथ आई थी. 

पुलिस का मानना है कि इस गैंग में जीवाजी यूनिवर्सिटी और मेडिकल कॉलेज के कुछ कर्मचारी या अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं. फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को 5 दिन की रिमांड पर लिया है. पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं.


 

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