Advertisement

देश में पहली बार मिली घड़ियाल के मुंह वाली मछली, वीडियो देखकर हो जाएंगे हैरान

खास बात तो यह है कि भोपाल तो क्या पूरे देश में यह कहीं नहीं पाई जाती है. इस मछली का नाम एलीगेटर गार है और यह मछली अमेरिका में पाई जाती है. बताया जा रहा है कि कोलकाता और आंध्र प्रदेश से मछली के बीज मंगाए जाते हैं. उन्हीं के साथ यह भी भोपाल पहुंच गई होगी.

यह मछली अमेरिका में पाई जाती है, जिसे एलीगेटर गार कहते हैं. यह मछली अमेरिका में पाई जाती है, जिसे एलीगेटर गार कहते हैं.
इज़हार हसन खान
  • भोपाल,
  • 19 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 9:21 PM IST

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बड़े तालाब में एक ऐसी मछली मिली है, जिसे देखकर आप हैरान हो जाएंगे. आप तय ही नहीं कर पाएंगे कि यह घड़ियाल है या मछली. खास बात तो यह है कि भोपाल तो क्या पूरे देश में यह कहीं नहीं पाई जाती है. इस मछली का नाम एलीगेटर गार है और यह मछली अमेरिका में पाई जाती है. 

Advertisement

दरअसल, भोपाल के खानुगाव निवासी अनस मंगलवार को खानूगांव से लगे तालाब के किनारे पर मछली पकड़ने के लिए गए थे. इस दौरान उनकी बंसी में एक मछली फंसी, जिसे देखने के बाद वह हैरान रह गए. उन्होंने इससे पहले इस तरह की मछली को पहले कभी नहीं देखा था. 

देखें वीडियो... 

देखते-देखते वायरल होने लगी फोटो और वीडियो  

यह अन्य मछलियों से एकदम अलग थी. उसका मुंह घड़ियाल की तरह था. कुछ ही देर बाद मछली के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे. अनस ने बताया कि वह डिस्कवरी चैनल देखने के शौकीन हैं. उन्होंने इस तरह की मछलियां डिस्कवरी चैनल में देखी हैं. 

समुद्री मछली है, जो अमेरिका में पाई जाती है 

इसके बारे में अधिक जानकारी हासिल करने पर उन्हें पता चला कि यह एक समुद्री मछली है. बताया जा रहा है कि सामान्यतः यह मछली अमेरिका में पाई जाती है, जिसे एलीगेटर गार कहा जाता है. भोपाल में मिली मछली की लंबाई डेढ़ फीट है. वहीं इस प्रजाति की मछली की लंबाई 12 फीट तक होती है.

Advertisement

कोलकाता और आंध्र प्रदेश से आता है मछली का बीज  

भोपाल के मशहूर फिशिंग एक्सपर्ट शारिक अहमद का इस मछली पर कहना है कि भोपाल में कोलकाता और आंध्र प्रदेश से मछली का बीज आता है. संभवत उसी बीज के साथ एलीगेटर गार का बीज भोपाल आ गया होगा है. इसी वजह से यह एलिगेटर गार यहां मिली है. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement