
मध्य प्रदेश के देवास जिले की बागली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली नगर पंचायतों सतवास, कांटाफोड़ और लोहरदा में प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार को लेकर पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पत्र लिखा है.
खास बात यह भी है कि प्रधानमंत्री को लिखी गई चिट्ठी वायरल होने के बाद आनन-फानन में लोकायुक्त पुलिस उज्जैन ने 46 लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज की. इसमें 3 पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष, 13 पूर्व CMO, 2 नायब तहसीलदार और पूर्व प्रशासक, 3 पूर्व लेखपाल सहित अन्य कर्मचारी के नाम शामिल हैं. इसके अलावा इंदौर और देवास की फर्मों के संचालकों के नाम भी शामिल हैं.
बागली क्षेत्र में पीएम आवास योजना में करीब 17.50 करोड़ रुपये के घोटाले की बात कही गई है. अपनी ही पार्टी की सरकार और प्रशासन को कटघरे में खड़े करने वाले शिवराज सरकार के पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने PM को पत्र में लिखा है कि मेरी और पिताजी स्व. कैलाश जोशी जी (पूर्व मुख्यमंत्री, मप्र) की दशकों तक कर्म भूमि रही बागली विधानसभा में आपकी हर तबके को मकान उपलब्ध कराने वाली प्रधानमंत्री आवास योजना में हितग्राहियों को दी जाने वाली राशियों में करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ है.
जिससे हजारों हितग्राहियों तक यह राशि नहीं पहुंच पाई है. जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की सांठगांठ से कुछ लोगों द्वारा सामूहिक रूप से हड़प लिया गया है. पत्र में बागली विधानसभा के सभी नगरीय निकायों में प्रधानमंत्री आवास की राशि में हुए घोटाले में केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग की है.
इसके पहले दीपक जोशी ने आने वाले नए वर्ष में बागली में हुए भ्रष्टाचार को लेकर सड़क पर उतरने की बात भी कही थी. जिस पर मप्र के कांग्रेस नेताओं ने भी उनका समर्थन करने की बात कही थी.
पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने लिखा है कि बागली में प्रधानमंत्री आवास योजना और अन्य मदों का पैसा ऐसे गैर जरूरी मदों के लिए खर्च कर दिया गया, जिसकी कोई जरुरत नहीं थी. ऐसा लगता है कि वह बहुत बड़ा अपराध है. मैंने अपने स्तर से प्रयास किया. तत्कालीन कलेक्टर साहब को लगातार अवगत कराने की कोशिश की.
उन्होंने आगे लिखा है कि जहां तक मेरी पहुंच थी. वहां तक मैंने इसको अवगत कराने की कोशिश की, लेकिन जब नहीं हुआ तो मुझे लगा मेरे पिताजी की जो विरासत है बागली, वह लगातार ईमानदारी के लिए पहचानी जाती रही है.
जोशी ने लिखा कि मैं यह जानता हूं कि बागली क्षेत्र की जनता ने जोशी जी को वोट ईमानदारी के कारण दिए आज उस विरासत को कोई चोट पहुंचती है तो स्वाभाविक रूप से उनका उत्तराधिकारी या उनका पुत्र होने के नाते मेरी जिम्मेदारी सबसे ज्यादा है.
इस नाते से मैंने एक वीडियो के माध्यम से कोशिश की थी कि मेरी आवाज उन तक पहुंच जाए, जो इस चीज को पूरा कर सकें. जांच के माध्यम से या किसी दूसरे माध्यम से, लेकिन मुझे लगता है कि जो मैंने कहा था कि नए साल 2023 में जनता के लिए लड़ाई लडूंगा.
पीएम ने भ्रष्टाचार खत्म करने काफी प्रयास किए : जोशी
जोशी ने अपने पत्र में लिखा है कि पीएम ने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए काफी प्रयास किए. उसमें मुझे लगता है कि यह प्रधानमंत्री आवास का मामला है तो माननीय प्रधानमंत्री जी तक यह आवाज पहुंचना चाहिए.
मुझे लगता है कि कहीं न कहीं न्याय मिलेगा. प्रधानमंत्री जी ने पारदर्शिता पूर्वक शासन करने की कोशिश की. उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर काफी बड़ा प्रयत्न पूरे भारत में किया है और आज एक अच्छी सरकार के माध्यम से, मजबूत सरकार के माध्यम से वह देश का नेतृत्व कर रहे हैं. ऐसे में बागली विधानसभा जो ईमानदारी की पर्याय है. उसमें अगर इस प्रकार की बात हुई तो कहीं न कहीं जो अपराधी हैं उन्हें दंड मिले.
पूर्व सीएम स्व. कैलाश जोशी का विधानसभा है बागली
गौरतलब है कि बागली मप्र के पूर्व सीएम स्व. कैलाश जोशी का विधानसभा क्षेत्र रहा है. जोशी लंबे समय तक बागली से विधायक रहे. उनके बेटे दीपक जोशी खुद भी बागली के विधायक रह चुके हैं. 2008 में यह सीट ST के लिए आरक्षित होने पर वह हाटपिपल्या से चुनाव लड़े थे.
(रिपोर्ट - शकील खान)