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'तुम घबराओ मत मैं आ रही हूं', पति की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई पत्नी, दे दी जान

मध्य प्रदेश के गुना से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां पति की मौत से आहत पत्नी ने भी जहर खाकर जान दे दी.

सांकेतिक तस्वीर (फोटो क्रेडिट- Meta AI) सांकेतिक तस्वीर (फोटो क्रेडिट- Meta AI)
विकास दीक्षित
  • गुना,
  • 09 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 5:08 PM IST

मध्य प्रदेश के गुना जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां गीता नामक एक महिला ने पति के वियोग में आत्महत्या कर ली. जानकारी के मुताबिक इससे पहले भी गीता बाई ने एक बार नहीं बल्कि दो–दो बार अपनी जान देने की कोशिश की थी लेकिन उसे बचा लिया गया था. वहीं, आखिरकार गीता ने तीसरी बार जहर खाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली.

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दरअसल, मुकेश राजपूत (32) की मौत 3 जनवरी को हार्ट अटैक से हो गई थी. पति की मौत से पत्नी गीता विचलित हो गई थी. साथ ही गीता ने पति के मौत के बाद शव के पास बैठकर यह भी कहा था कि "तुम घबराओ मत मैं आ रही हूं". गीता ने सबसे पहले फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की लेकिन उसे बचा लिया गया.

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2019 में हुई थी शादी

दूसरी बार गीता ने अपने हाथ की नस काटकर जान देने की कोशिश की लेकिन उसे दोबारा बचा लिया गया. लेकिन तीसरी बार उसने जहर खा लिया. जहर खाने के बाद गीता को शिवपुरी के मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए रेफर किया गया. लेकिन मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान 7 जनवरी को गीता की मौत हो गई. गीता और मुकेश की शादी 2019 में हुई थी.

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मुकेश अपनी पत्नी के साथ रमगड़ा गांव में रहता था. दोनों से 2 बेटियां भी हैं. एक की उम्र 2 साल और दूसरे की उम्र 4 महीने है. पति मुकेश की मौत के बाद गीता बेसुध हो गई थी. शव के पास बैठकर बस एक ही रट लगाए हुए थी कि "तुम घबराना मत मैं आ रही हूं". आखिरकार गीता अपने पति के पास चली ही गई. अब दोनों बच्चों की जिम्मेदारी मिलकर हम लोग उठाएंगे.

(नोट:- अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)

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