
मध्य प्रदेश के ग्वालियर (Gwalior) में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां बाबा ने पोती का फोन छीनकर तोड़ दिया तो पोती इस बात से बेहद नाराज हो गई. उसने पहले तो बाबा के लिए गरमा गरम हलवा बनाया. फिर उसी हलवे में नींद की 15 गोलियां मिला दीं. हलवा खाने के बाद बाबा जब बेहोश होने लगे तो धक्का देकर पटक दिया और गला दबा दिया.
जानकारी के अनुसार, यह घटना ग्वालियर के माधवगंज इलाके की है. बीते 29 मार्च को पुलिस को सूचना मिली थी कि 64 साल के रिटायर्ड होमगार्ड सैनिक रामस्वरूप राठौर की डेडबॉडी कृष्णा कॉलोनी स्थित घर के बक्से में मिली है. इसके बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और जायजा लिया. इस दौरान मृतक की पोती पड़ोसी की छत पर छिपी मिली. इस घटना की जानकारी रामस्वरूप राठौर के बेटे महेश ने पुलिस को दी थी.
बाबा की लाश बक्से में पड़ी थी और पोती पड़ोसी की छत पर छिपी थी, इसलिए प्रथम दृष्टया बाबा की हत्या का संदेह पोती पर ही था. पुलिस ने पोती से पूछताछ की. शुरुआत में पोती पुलिस को गुमराह करती रही. वह अपने बाबा की हत्या के मामले में कभी प्रेमी का नाम लेती रही तो कभी टैक्सी ड्राइवर का नाम लिया. वह बार-बार अपने बयान बदलती रही.
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पुलिस ने जब नाबालिग लड़की द्वारा बताए गए स्थान पर पहुंचकर तस्दीक की तो यह स्पष्ट हो गया कि वह पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रही है. पुलिस ने उसके मोबाइल की भी जांच करवाई और इन्हीं साक्ष्यों के आधार पर उससे पूछताछ की. काफी मुश्किल से नाबालिग लड़की ने अपने बाबा की हत्या की बात कबूल की.
एडिशनल एसपी निरंजन शर्मा ने बताया कि मृतक रामस्वरूप राठौर की 16 साल की पोती मोबाइल फोन पर किसी से बात करती थी. वह सोशल मीडिया का पर एक्टिव रहती थी. इस बात को लेकर उसके बाबा नाराज थे. रामस्वरूप राठौर ने पोती का मोबाइल छीनकर तोड़ दिया और पिटाई भी कर दी थी. इसी बात को लेकर पोती को गुस्सा आ गया. उसने मन ही मन बाबा को खत्म करने की साजिश रच डाली.
नाबालिग ने पहले नींद की गोलियों का इंतजाम किया और फिर अपने बाबा के लिए गरमा गरम हलवा बनाया. इसी में उसने 15 नींद की गोलियां मिला दीं, फिर इस हलवे को उसने बाबा को खिलाया. हलवा खाते ही रामस्वरूप राठौर को गहरी नींद आने लगी. पहले रामस्वरूप राठौर कुर्सी पर बैठे. इसके बाद पोती ने रामस्वरूप को धक्का देकर बक्से में पटक दिया और फिर गला दबा दिया.
मृतक के गले पर नाबालिग के नाखूनों के निशान भी थे. नाबालिग ने बक्से में ताला लगा दिया और खाना खाकर सो गई. तीन दिन तक नाबालिग इस घर में मौजूद रही. वह बराबर बाहर घूमने भी जाती रही और इस दौरान उसने प्रेमी को भी घर में बुलाया था. प्रेमी को उसने बाबा की हत्या के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी. उसने प्रेमी के साथ घर से फरार होने का प्लान भी बनाया था. इसके लिए उसने एक टैक्सी ड्राइवर से भी संपर्क किया था.
पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने प्रेमी और टैक्सी ड्राइवर को भी फंसाने की कोशिश की, लेकिन तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने इस गुत्थी को सुलझा लिया. आरोपी पोती को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे बाल संप्रेषण गृह विदिशा भेज दिया गया है.
एएसपी ने कहा कि माधवगंज थाने में महेश राठौर ने अपने पिता रामस्वरूप राठौर की हत्या के संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उनकी रिपोर्ट के संबंध में माधवगंज पुलिस ने केस दर्ज किया था.