
उत्तर प्रदेश की तरह मध्य प्रदेश में भी अब अवैध मदरसों की तालाबंदी होगी. एमपी में ऐसे मदरसों को बंद किया जाएगा जो अवैध या गैरकानूनी तौर पर धड़ल्ले से चल रहे हैं. शिवराज सरकार की मंत्री उषा ठाकुर ने इसकी जानकारी दी है.
उषा ठाकुर शिवराज सरकार में पर्यटन, संस्कृति और अध्यात्म मंत्री हैं. उन्होंने कहा है कि यूपी की तरह अब मध्यप्रदेश में अवैध तरीके से संचालित मदरसों की पड़ताल शुरू हो गई है. ऐसे मदरसों पर अब ताला लगने वाला है.
मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि जो मदरसे नियमों से हिसाब से ठीक नहीं हैं, उन्हें बंद किया जाएगा. उषा ठाकुर ने कहा है कि राज्य सरकार को ऐसी जानकारी मिली है कि प्रदेश के कई ऐसे मदरसे हैं जो सिर्फ कागजों पर ही चल रहे हैं. साथ ही कुछ मदरसे ऐसे भी हैं जिनमें एक कमरे में टेबल और बोर्ड लगाकर संचालन किया जा रहा है.
वह बोलीं कि ऐसे गैर मान्यता प्राप्त और कागजों पर चलने वाले फर्जी मदरसों को जल्द बंद कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मंत्री ने कहा है कि मध्यप्रदेश बाल आयोग ने ऐसे मदरसों की तहकीकात की है जो अवैध तरीके से संचालित किए जा रहे हैं. बाल आयोग का दावा है कि कई मदरसे हैं जो मदरसा बोर्ड में बिना रजिस्ट्रेशन के धड़ल्ले से चल रहे हैं.
बाल आयोग का आरोप- फर्जी मदरसों से हो रही मानव तस्करी
बताया गया कि बाल आयोग की टीम भोपाल के अलग-अलग इलाकों में पहुंचकर फर्जी मदरसों की पड़ताल कर रही है. बाल आयोग के सदस्य बृजेश चौहान का दावा है कि इन मदरसों में बच्चों की ह्यूमन ट्रैफिकिंग का गैरकानूनी काम किया जा रहा था. ऐसे और भी मदरसे हैं जो फर्जी और अवैध तरीके से संतुलित हो रहे हैं, जिनकी जानकारी मदरसा बोर्ड को पत्र लिखकर मांगी गई है. जिन्हें चिन्हित कर बंद करने के लिए राज्य सरकार को अनुमोदित किया जाएगा.