
मध्य प्रदेश के मंदसौर में जिला प्रशासन की टीम ने कार्रवाई करते हुए श्री राम जानकी मंदिर की करीब 100 बीघा जमीन को मुक्त कराया है. अतिक्रमण मुक्त करवाई गई जमीन की कीमत करीब 300 करोड़ रुपए आंकी गई है.
जानकारी के मुताबिक, मंदिर के पुजारी नरेंद्र दास बैरागी ने श्री राम मंदिर की जमीन को लीज पर दे दिया था. यह नियम के विरुद्ध था. लोगों ने जमीन पर हो रहे अतिक्रमण के खिलाफ वर्ष 2020 में याचिका दायर की गई थी. करीब डेढ़ साल बाद 28 नवंबर को एसडीएम बिहारी सिंह ने मामले में फैसला सुनाया है.
पुजारी को पहले ही हटा दिया था पद से
इसके बाद मंदिर की जमीन को प्रशासन को सौंपने का आदेश दिया था. फैसले से स्पष्ट है कि मंदिर के पुजारी नरेंद्र दास बैरागी और उसके रिश्तेदार सतीश बैरागी ने मिलकर मंदिर की भूमि को असंवैधानिक रूप से लीज पर दिया था. प्रशासन ने मंदिर के पुजारी नरेंद्र दास बैरागी को पुजारी पद से पहले ही हटा दिया था.
मामले में मंदसौर के तहसीलदार मुकेश सोनी ने बताया, "मंदसौर में श्री राम जानकी मंदिर स्थित है. इस जमीन पर लोगों ने कब्जा कर लिया था. इसको आज अतिक्रमण मुक्त कराया गया है. भविष्य में इस जमीन का नीलामी द्वारा 1 साल के लिए फसल करने के लिए दिया जाएगा. इससे प्राप्त रुपए मंदिर के विकास और अन्य संबंधित कार्य के लिए उपयोग किए जाएंगे."