
मध्य प्रदेश की गुना लोकसभा सीट के एग्जिट पोल में बीजेपी उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया बाजी मारते नजर आ रहे हैं. उनके मुकाबले कांग्रेस उम्मीदवार राव यादवेंद्र यादव हारते दिख रहे हैं. कांग्रेस में रहने के दौरान सिंधिया अपनी यह पारंपरिक सीट बीजेपी के केपी यादव से हार गए थे.
India Today-Axis My India एग्जिट पोल में अब बीजेपी उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी सीट को वापस पाने जा रहे हैं. तीसरे चरण में 7 मई को इस संसदीय क्षेत्र में वोट डाले गए थे. यहां 71.95 फीसदी मतदान हुआ था.
मध्यप्रदेश की इस बेहद हाईप्रोफाइल गुना लोकसभा सीट को सिंधिया राजपरिवार का गढ़ माना जाता रहा है. कांग्रेस और बीजेपी के टिकट पर बारी बारी राजमाता विजयाराजे सिंधिया और माधवराव सिंधिया ने इस सीट से चुनाव जीते थे. लेकिन 2014 का चुनाव 1 लाख 20 हजार 792 वोटों से जीतने वाले कांग्रेस प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया को 2019 में BJP प्रत्याशी डॉ. कृष्णपाल यादव ने 1 लाख 25 हजार 549 वोटों से हरा दिया था. 14 बार लगातार अजेय रहने वाले सिंधिया राजपरिवार के किसी प्रत्याशी की गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र में यह पहली हार थी.
गुना लोकसभा सीट के अंतर्गत 8 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. गुना, बमोरी, शिवपुरी, कोलारस, पिछोर, चंदेरी, मुंगावली और अशोकनगर. आठों विधानसभाओं में 18 लाख से ज्यादा वोटर हैं. लोकसभा क्षेत्र का दायरा भी काफी बड़ा है. मतदाताओं तक पहुंचने के लिए किसी भी कैंडिडेट को पर्याप्त समय जरूरी है. 2019 के आम चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 4,88,500 यानी 41.89% वोट हासिल किये थे. हालांकि, उन्हें केपी यादव ने चुनाव हरा दिया था.
तीन जिलों शिवपुरी, गुना और अशोकनगर के इस संसदीय क्षेत्र में बीजेपी उम्मीदवार डॉ. केपी यादव को कुल 6 लाख 14 हजार 049 यानी 52.11% वोट मिले थे. जबकि उनके मुकाबले कांग्रेस प्रत्याशी सिंधिया को 4 लाख 88 हजार 500 यानी 41.45% मत हासिल हुए थे. संसदीय क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों पर यादव वोटों की संख्या करीब 3.50 लाख से ज्यादा है. करीब 1.50 लाख यादव वोटर्स सिर्फ गुना जिले में ही हैं.
हालांकि, साल 2020 में सिंधिया ने अपने विधायकों के साथ बीजेपी में जाकर सूबे की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार को गिरा दिया था. इस बार ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी के उम्मीदवार के तौर पर गुना सीट से ताल ठोकने उतरे. बीजेपी से टिकट मिलने पर सिंधिया के सामने दो हफ्ते बाद भी कांग्रेस अपना कैंडिडेट नहीं ढूंढ पाई थी. बीजेपी ने 2 मार्च को जारी की गई पहली सूची में ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम घोषित कर दिया था. लेकिन दो हफ्ते गुजरने के बावजूद कांग्रेस खाली 'हाथ' थी. बाद में राव यादवेंद्र यादव को कांग्रेस ने चुनावी मैदान में उतारा था.
उधर, India today axis my india exit poll के अनुसार, मध्य प्रदेश में बीजेपी को 28-29 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं. जबकि कांग्रेस को 0-1 सीट मिलने की संभावना है. बीजेपी को 61 फीसदी वोट मिलते दिखाई दे रहे है. वहीं, I.N.D.I.A. 33% वोट मिलते नजर आ रहे हैं. इसके अलावा वोटों में अन्य का 6 फीसदी शेयर रह सकता है. साल 2019 के चुनाव में बीजेपी को मध्य प्रदेश में 58%, कांग्रेस को 34% और बसपा को 2 फीसदी वोट मिले थे.