
इंदौर सहित मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से आखिरी 8 सीटों के लिए सोमवार को मतदान हुआ. इंदौर में करीब 3000 शुरुआती मतदाताओं को शहर की मशहूर फूड स्ट्रीट '56 दुकान' के दुकानदारों ने मतदान बढ़ाने के प्रयासों के तहत फ्री में 'पोहा-जलेबी' खिलाई.
'56 दुकान' व्यापारी संघ के अध्यक्ष गुंजन शर्मा ने बताया, सुबह 7 बजे से 9:30 बजे के बीच मतदान करने वाले लगभग तीन हजार लोगों को यहां पांच प्रतिष्ठानों पर मुफ्त पोहा और जलेबी दी गई. इतनी भीड़ थी कि हमें उन सभी को खिलाने के लिए पांच क्विंटल पोहा की जरूरत पड़ी.
शर्मा ने कहा कि पहली बार मतदान करने वाले वरिष्ठ नागरिकों और युवाओं को पोहा और जलेबी के साथ मुफ्त आइसक्रीम भी दी गई.
25 लाख 26 हजार 803 मतदाताओं के साथ इंदौर लोकसभा सीट मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी सीट है. यहां 14 उम्मीदवारों की संख्या भी राज्य में सबसे अधिक है.
हालांकि, कांग्रेस के अक्षय कांति बाम की नामांकन वापसी से चुनाव यहां एक तरफा हो गया. इंदौर को 1989 से ही भाजपा का गढ़ माना जाता है. बीजेपी ने मौजूदा सांसद शंकर लालवानी को मैदान में उतारा है.
यह भी पढ़ें: सूरत के बाद इंदौर में भी 'खेला', कांग्रेस कैंडिडेट अक्षय कांति बम ने नामांकन वापस लिया, BJP में शामिल
पर्यवेक्षकों का विचार था कि कांग्रेस की उम्मीदवारी छोड़ भाजपा में शामिल अक्षय कांति बम से जुड़े घटनाक्रम से मतदान प्रतिशत प्रभावित हो सकता है. बता दें कि अपने प्रत्याशी के चुनावी मैदान से हटने के बाद से ही कांग्रेस, बीजेपी को सबक सिखाने के लिए लोगों से नोटा या 'उपरोक्त में से कोई नहीं' का विकल्प चुनने की अपील कर रही थी.