
मध्य प्रदेश के इंदौर में आजाद नगर थाने में तैनात पुलिस कांस्टेबल लखन गुप्ता को ड्रग तस्करों के साथ मिलीभगत करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उस पर अवैध धन के लेन-देन और ड्रग गिरोहों को संरक्षण देने का इल्ज़ाम लगा है. पुलिस ने उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है.
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अमित सिंह ने बताया कि कांस्टेबल लखन गुप्ता नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम के तहत दर्ज मामलों में समन और वारंट तामील करने का जिम्मेदार था. लेकिन वह जानबूझकर इस प्रक्रिया में देरी करता था.
सिंह ने कहा, "गुप्ता पर लंबे समय से नजर रखी जा रही थी. जाँच में सामने आया कि वह पैसे लेकर ड्रग गिरोहों के साथ मिलीभगत करता था और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई को टालता था."
पुलिस ने गुप्ता को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने कहा, "जांच में दोषी पाए जाने पर उसे सरकारी सेवा से बर्खास्त किया जाएगा." यह मामला पुलिस महकमे की साख पर सवाल उठा रहा है, क्योंकि एक कांस्टेबल का ड्रग तस्करों से जुड़ाव विभाग के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गया है.
आजाद नगर क्षेत्र में ड्रग तस्करी के कई मामले सामने आने के बाद पुलिस ने अपनी निगरानी बढ़ाई थी. इसी दौरान गुप्ता की संदिग्ध गतिविधियां पकड़ में आईं. उसके खिलाफ ठोस सबूत जुटाने के बाद यह कार्रवाई की गई. पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि गुप्ता किन-किन ड्रग गिरोहों के संपर्क में था और कितने समय से यह साठगांठ चल रही थी.