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जूनियर बन गया बॉस, अंडर में काम करने पर मनमुटाव...रीवा के थाने में टीआई को गोली मारने की Inside Story

Rewa Police Station: रीवा के एसआई की गोली से घायल थाना प्रभारी की हालत में सुधार हुआ है. भोपाल और जबलपुर के डॉक्टर्स की टीम ने घायल की कॉलर बोन से जाकर फेफड़े में फंसी बुलेट को निकल लिया है. 7 घंटे तक चले ऑपरेशन में घायल को 10 यूनिट से अधिक ब्लड चढ़ाया गया है.

बाएं से अस्पताल में भर्ती घायल टीआई और आरोपी एसआई. बाएं से अस्पताल में भर्ती घायल टीआई और आरोपी एसआई.
विजय कुमार विश्वकर्मा
  • रीवा ,
  • 28 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 1:00 PM IST

Madhya Pradesh News: रीवा के सिविल लाइन थाने में गुरुवार दोपहर हुई सनसनीखेज वारदात से हर कोई सन्न रह गया. पुलिस महकमे के एक सब-इंस्पेक्टर ने थाने के प्रभारी (इंस्पेक्टर) को गोली मार दी. फिलहाल घायल की हालत में सुधार है. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और नौकरी से बर्खास्त भी कर दिया है. अब इस घटना के पीछे की वजह ट्रांसफर को बताया जा रहा है. 

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दरअसल, सिविल लाइन थाने में पदस्थ एसआई बीआर सिंह को चार दिन पहले ही थाने से हटाकर पुलिस लाइन अटैच कर दिया गया था. इसका आधार खराब विवेचना को बताया गया था. 

इसके बाद गुरुवार दोपहर बीआर सिंह नशे में थाने के टीआई हितेंद्र नाथ शर्मा के पास पहुंचा. टीआई ने अटैच हो चुके एसआई से कहा कि जो केस आपके हाथ में थे, उनकी डायरी थाने में जमा करवाएं. इसी के बाद दोनों के बीच बहस शुरू हो गई.

क्योंकि बीआर सिंह का मानना था कि टीआई हितेंद्र नाथ शर्मा की वजह से ही उसको पुलिस लाइन भेज दिया गया. दोनों के बीच थाने के भीतर इसी बात को लेकर हुई बहस के बाद मारपीट हुई और इसी दौरान एसआई ने अपनी सरकारी पिस्टल निकालकर टीआई को गोली मार दी. 

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फायरिंग की आवाज सुनकर थाने दूसरे पुलिसकर्मी दौड़े दौड़ आए और तुरंत एसआई को एक कक्ष में बंद कर खून से लथपथ टीआई को एक प्राइवेट अस्पताल ले गए. तब तक टीआई से शरीर से काफी खून बह चुका था. 

उधर, राजधानी भोपाल के पुलिस मुख्यालय में बैठे डीजीपी सुधीर सक्सेना को घटना की जानकारी लगी. पुलिस महकमे में हुई इस वारदात के बाद तुरंत विशेष विमान से डॉक्टर्स की टीम को रीवा रवाना किया गया. 

एक कहानी यह भी 

एसआई आई बीआर सिंह का लंबे समय से अपने बॉस यानी थाना प्रभारी हितेंद्र नाथ शर्मा से विवाद चल रहा था. इसके पीछे की हालिया वजह तो एसआई का पुलिस लाइन भेजा जाना बताया जा रहा है, लेकिन एक कहानी अलग सामने आई है. दरअसल, बीआर सिंह साल 1999 बैच और हितेंद्र नाथ शर्मा साल 2000 बैच के पुलिस एसआई हैं. लेकिन सर्विस काल के दौरान लापरवाही, अनुशासनहीनता और गैरजिम्मेदाराना रवैये के चलते बीआर सिंह का समय के हिसाब से प्रमोशन नहीं हो पाया और अब उन्हें अपने जूनियर हितेंद्र के अंडर में काम करना पड़ रहा था. यही बात बीआर सिंह को बार-बार अखर रही थी और दोनों के बीच सबकुछ सही नहीं चल रहा था. इसी बीच बीआर सिंह का तबादला कर दिया गया तो मामला जानलेवा प्रयास तक जा पहुंचा. 
       
SI का आडियो हुआ वायरल 

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रीवा सिविल लाइन थाने में TI हितेंद्रनाथ शर्मा को गोली मारने वाले SI बीआर सिंह की घटना के बाद हुई बातचीत का एक आडियो जमकर वायरल हो रहा है. इसमें बीआर सिंह ने गोली मारने की वजह का खुलासा किया है. आडियो में बर्खास्त हो चुके एसआई कहते नजर आ रहे हैं, ''कुछ हुआ होगा तभी तो ये हुआ है. बताओ कि कभी मैंने अधर्म किया है? किसी चीज की अति हो जाएगी तो यही होगा. मैने उसको टीआई)  गोली छुआई है और बवंडर ऐसा मचा है जैसे मर गया हो. उसको अहसास कराया है कि तू अन्याय ना कर. अन्याय की लंबी कड़ी है. यह बता नहीं सकता. इसने राजनीति करके मेरा स्थानांतरण पुलिस लाइन करा दिया. एसपी से भी मिला कि ऐसा मैंने क्या कर दिया कि आपने मुझे पुलिस लाइन भेज दिया? उनके पास भी कोई जवाब नहीं था. इस दौरान बीआर सिंह को कॉल पर आईजी, एसपी ऑफिस के कार्यालय और बंगले में लगे फर्नीचर की बात कर रहे थे, लेकिन अचानक कॉल कट गया. 

यह पूरी बातें वारदात को अंजाम देने के बाद बीआर सिंह ने कही थीं. उस वक्त बीआर सिंह थाने के कमरे में बंद कर थे. उस दौरान वह फोन और वायरलेस से लगातार बातें कर रहे थे. बीआर सिंह नशे में थे और उनके पास दो रिवाल्वर थीं, इसलिए पुलिस पकड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी. 

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बता दें कि टीआई हितेंद्र नाथ शर्मा को गोली मारने के बाद आरोपी SI थाने में ही अपने आपको बाद कर बैठा रहा था. भारी मशक्कत के बाद आरोपी ने 8 घंटे बाद पुलिस के सामने समर्पण किया था. कई घंटों की मान-मनौव्वल के बाद आरोपी एसआई ने अपनी रिवॉल्वर को खिड़की के  बाहर फेंका. 

अब थाना प्रभारी हितेन्द्रनाथ की हालत खतरे से बाहर है. थाना प्रभारी के बोन कॉलर से गोली ऑपरेशन कर निकली गई है. लेकिन इसका कुछ हिस्सा फेफड़े तक पहुंच गया था. काफी मात्रा में रक्त बह चुका है. कबरी 10 यूनिट ब्लड चढ़ाया जा चुका है. जबलपुर और भोपाल के सर्जन ऑपरेशन करने बुलाए गए थे. 

 

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