
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा-2020 का उल्लेख करते हुए बैकलॉग पदों पर भर्ती की मांग की है. कमलनाथ ने कहा कि अतिरिक्त 51 हजार पदों की वृद्धि की जाए, ताकि प्रदेश के युवाओं को रोजगार मिल सके.
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्र में मध्यप्रदेश के युवाओं की मांगों पर विचार करने और उसका उचित समाधान करने का आग्रह किया है. कमलनाथ ने पत्र में कहा कि प्रदेश में एक लाख से अधिक पद रिक्त हैं, लेकिन इस परीक्षा में कुल 18000 पदों पर प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती की जा रही है.
बैकलाग भर्ती के लिए 10,000 पद और शेष वर्गों के लिए 8000 पदों की भर्ती की जा रही है. दूसरी तरफ प्रदेश के बेरोजगार युवा बैकलाग के अलावा 51 हजार पदों पर भर्ती की मांग कर रहे हैं, जिसका ठीक तरीके से समाधान किया जाए. कमलनाथ ने अपने पत्र में कहा कि अभ्यर्थी यह भी मांग कर रहे हैं कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा-2020 के विज्ञापन में प्रदेश के सभी जिलों के रिक्त पदों का उल्लेख नहीं किया गया है. अगर प्रदेश के सभी जिलों के रिक्त पदों को विज्ञापन में शामिल किया जाए तो प्रदेश के युवा बेरोजगारों को रोजगार मिल सकेगा.
कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में प्राथमिक शाला में शिक्षकों के पद रिक्त होने के कारण एकल शिक्षक शालाओं की संख्या ज्यादा है. प्रदेश में शिक्षक छात्र अनुपात भी राष्ट्रीय मानक के अनुरूप नहीं है, इन कारणों से प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रतिकूल तौर पर प्रभावित हो रही है जिसकी क्षति भावी पीढ़ी को भुगतनी होगी.
कमलनाथ ने प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी पर चिंता जताते हुए कहा कि वर्तमान में देश और प्रदेश में बेरोजगारी का स्तर अत्यधिक चिंतनीय है. आज बेरोजगारी के कारण युवा वर्ग निराश और आक्रोशित है. रोजगार को बढ़ावा देने के लिए अधिकाधिक पदों पर भर्ती की जाना आवश्यक है.
मध्यप्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में कांग्रेस 2018 विधानसभा चुनावों की तरह मध्यप्रदेश में बेरोजगारी को लेकर एक बार फिर भाजपा को घेरने में जुट गई है.
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