
मध्य प्रदेश कांग्रेस समिति के नवनियुक्त अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि हालिया विधानसभा चुनावों में हार के बाद अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन की चुनौती का पार्टी सामूहिक नेतृत्व के आधार पर सामना करेगी और सकारात्मक नतीजे देगी.
प्रदेश कांग्रेस समिति के नये अध्यक्ष के रूप में अपने नाम की घोषणा के बाद पटवारी ने अपने गृह नगर इंदौर में मीडिया से कहा, 'मुझ जैसे छोटे-से कार्यकर्ता को बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने पर मैं कांग्रेस आलाकमान को धन्यवाद देता हूं.'
उन्होंने कहा, 'हालिया विधानसभा चुनावों में हमारी पराजय हुई है और आगामी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन की चुनौती का मुझे अहसास है. हम सामूहिक नेतृत्व के आधार पर इस चुनौती का सामना करेंगे और कांग्रेस की विचारधारा को घर-घर ले जाकर सकारात्मक नतीजे देंगे.'
पटवारी ने एक सवाल पर कहा कि कांग्रेस में वरिष्ठ नेताओं के सम्मान के साथ युवाओं की भागीदारी कैसे बढ़े, यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और समय की मांग भी है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर कमलनाथ का स्थान लेने वाले पटवारी ने कहा, 'कमलनाथ हमारे नेता हैं. कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और अन्य वरिष्ठ नेताओं के सामूहिक नेतृत्व और मार्गदर्शन में कांग्रेस आगे बढ़ेगी. कांग्रेस के इतिहास में गुटबाजी का अंत पहले ही हो चुका है.'
प्रदेश में कांग्रेस को महज 66 सीटों पर करना पड़ा
संतोष भारतीय जनता पार्टी ने 17 नवंबर को हुए चुनाव में 230 सीटों में में 163 सीटें जीतकर राज्य में सत्ता बरकरार रखी. वहीं कांग्रेस को 66 सीटों पर संतोष करना पड़ा. वरिष्ठ नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के करीबी माने जाने वाले जीतू पटवारी इंदौर के राऊ से हाल ही में चुनाव हार गए थे. वह दिसंबर 2018 से मार्च 2020 के बीच कमल नाथ सरकार में मंत्री रहे हैं. वहीं हेमंत कटारे के पिता सत्यदेव कटारे विधानसभा में एलओपी रहे हैं और राज्य के गृह मंत्री भी रह चुके हैं.