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'मेरी तो उनसे बात होती रहती है...', धीरेंद्र शास्त्री पर जानिए क्या-क्या बोले MP कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ

Kamalnath on Dhirendra Shastri: 'दिव्य दरबार' में लोगों का भूत-भविष्य बताने का दावा करने वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारे धार्मिक लोगों को धर्म की ही बात करना चाहिए. मैं भी चाहता हूं कि वो धर्म की बात करें. मैं तो शास्त्री जी के पास जाने वाला हूं.

बाएं से PPC चीफ कमलनाथ और बागेश्वर धाम के संत धीरेंद्र शास्त्री. बाएं से PPC चीफ कमलनाथ और बागेश्वर धाम के संत धीरेंद्र शास्त्री.
इज़हार हसन खान
  • छतरपुर ,
  • 24 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 12:24 PM IST

MP News: बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बयान दिया है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री का कहना है कि उनकी तो धीरेंद्र शास्त्री से बातचीत होती रहती है. जल्द ही वह छतरपुर जिला स्थित बागेश्वर धाम जाने वाले हैं. 

पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा, ''मेरी तो कल ही उनसे (धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री) बात हुई थी. मैं तो वहां जाने वाला था. मगर उनका और मेरा टाइम मैच नहीं हो पाया. मेरी तो उनसे बात होती ही रहती है.'' 

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दिव्य दरबार में चमत्कार दिखाने को लेकर विवादों में फंसे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा, ''देखिये बात यह है कि जो हमारे धार्मिक लोग हैं, वो धर्म की बात करें. मैं भी चाहता हूं वो धर्म की बात करें. मैं तो वहां जा रहा था.'' देखें Video:-

धीरेंद्र शास्री के देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने के बयान पर कमलनाथ बोले कि सबके अपने अपने विचार हैं. लेकिन अगर भारत को एक झंडे के नीचे रहना है तो बहुत बड़ी आवश्यकता है कि हम भारत की संस्कृति और भारत के संविधान का मिलकर पालन करें.  

क्या है विवाद?

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला के निवासी और बागेश्वर धाम सरकार के नाम से विख्यात धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने महाराष्ट्र के नागपुर में पिछले दिनों 'श्रीराम चरित्र-चर्चा' का वाचन किया था. वहीं की अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति ने कथावाचक शास्त्री पर जादू-टोने और अंधश्रद्धा फैलाने का आरोप लगाया था. समिति के अध्यक्ष श्याम मानव ने कहा था कि 'दिव्य दरबार' और 'प्रेत दरबार' की आड़ में जादू-टोना को बढ़ावा दिया जा रहा है.  

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दावा किया गया है कि अंध श्रद्धा उन्मूलन समिति की वजह से दो दिन पहले ही यानी 11 जनवरी को ही धीरेंद्र शास्त्री की  कथा संपन्न हो गई. ऐसा इसलिए क्योंकि समिति ने महाराष्ट्र के अंधश्रद्धा विरोधी कानून के तहत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर एफआईआर दर्ज करने की शिकायत दी थी. 

उधर, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपनी सफाई में कहा कि उनके गुरुजी के आने वाले जन्मोत्सव के चलते वह अपनी प्रस्तावित तीन कथाओं में से 2-2 दिन कम कर रहे हैं. बता दें कि नागपुर के बाद फिलहाल उनकी कथा छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित हो रही है.   

 

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