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मोदी सरकार संसद के मानसून सत्र में इस बार समान नागिरक संहित यानी की UCC का प्रस्ताव पेश कर सकती है. अब इसको लेकर एक तरफ देश में बहस छिड़ी हुई है वहीं दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियां इसे बीजेपी का चुनावी हथकंडा बता रही हैं.
UCC को लेकर जमकर बयान बाजी भी हो रही है. इसी बीच मध्य प्रदेश के अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने भी इसका समर्थन करते हुए कहा कि एक देश एक कानून होना चाहिए.
जानकारी के मुताबिक, कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने समान नागरिक संहिता का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि एक देश एक कानून होना चाहिए. हम सभी धर्मों के अनुयायी एक ही जगह एक ही कालीन पर बैठेंगे, तो देश में सुख समृद्धि आएगी.
मध्य प्रदेश के सीहोर में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'इस ओर शासन-प्रशासन को ध्यान देना चाहिए. हम सभी सनातन धर्म को मानने वाले हैं. फिर भी सभी लोग अपने धर्म को दूसरे धर्म से बड़ा बताते हैं. फिर विवाद कर अपनी बात मनवाने के प्रयास करते हैं.'
प्रदीप मिश्रा ने आगे कहा कि जब हम सभी धर्मों के अनुयायी एक ही चादर एक ही कालीन पर बैठेंगे, तो फिर देश मे सुख समृद्धि आएगी. इसी बीच माना जा रहा है कि मोदी सरकार 20 जुलाई से शुरू होने वाली संसद का मानसून सत्र में समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) बिल पेश कर सकती है.
क्या है समान नागरिक संहिता
समान नागरिक संहिता में सभी धर्मों के लिए एक कानून की व्यवस्था होगी. हर धर्म का पर्सनल लॉ है, जिसमें शादी, तलाक और संपत्तियों के लिए अपने-अपने कानून हैं. UCC के लागू होने से सभी धर्मों में रहने वालों लोगों के मामले सिविल नियमों से ही निपटाए जाएंगे. UCC का अर्थ शादी, तलाक, गोद लेने, उत्तराधिकार और संपत्ति का अधिकार से जुड़े कानूनों को सुव्यवस्थित करना होगा.
(रिपोर्ट-नावेद जाफरी)