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Kuno National Park: जानिए सिर्फ 2 चीतों को ही क्यों बड़े बाड़े में छोड़ा गया, बाकी 6 कब छूटेंगे

मध्य प्रदेश के श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में दो चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया है. इन दोनों चीतों ने पहले दिन रविवार को खुले जंगल में मस्ती की, बल्कि कई बार चीतल और सांभर को देख तेज रफ्तार से दौड़ लगाई. नेशनल पार्क प्रबंधन का कहना है कि अन्य चीतों को छोड़ने का फैसला टास्क फोर्स करेगी.

Kuno National Park के बड़े बाड़े में रिलीज किए गए 2 चीते. Kuno National Park के बड़े बाड़े में रिलीज किए गए 2 चीते.
रवीश पाल सिंह
  • भोपाल,
  • 08 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 7:16 AM IST

मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में शनिवार शाम 2 चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया था. इसके बाद से ही सवाल उठ रहे हैं कि आखिर बाकी बचे 6 चीतों को कब छोड़ा जाएगा. नेशनल पार्क प्रबंधन के मुताबिक, चीतों के लिए बनाई गई टास्क फोर्स ही तय करेगी कि उन्हें कब बड़े बाड़े में छोड़ना है.

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कूनो नेशनल पार्क में 5 वर्ग किमी का बड़ा बाड़ा बनाया गया, जहां 2 चीतों को छोड़ दिया गया है. इससे पहले सभी चीतों को क्वारंटाइन बाड़े में रखा गया था. टास्क फोर्स समिति जल्द ही अब चरणबद्ध तरीके से बाकी चीतों को छोड़ने की रणनीति पर काम कर रही है.

टास्क फोर्स और विशेषज्ञ बड़े बाड़े में छोड़े गए इन दोनों चीतों पर सतत नजर रख रही है. जब टास्क फोर्स इस बात से संतुष्ट हो जाएगी कि यह दोनों चीते पूरी तरह से कूनो के परिवेश में ढल गए हैं और अब इन्हें किसी अन्य जीव से खतरा नहीं है, इसके बाद बाकी चीतों को भी चरणबद्ध तरीके से छोड़ा जाएगा.

Kuno National Park.

डीएफओ बोले- छोड़े गए चीतों का व्यवहार अभी तक सामान्य

Kuno National Park के डीएफओ प्रकाश वर्मा का कहना है कि टास्क फोर्स समिति द्वारा क्वारंटाइन 8 चीतों में से 2 चीतों को छोड़ दिया है, जिनका शनिवार से लेकर अभी तक सामान्य व्यवहार नजर आया है. साथ ही चीतों ने सोमवार सुबह चीतल का शिकार भी कर किया.

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डीएफओ ने कहा कि टास्क फोर्स समिति के द्वारा बताए गए कार्यों को प्रबंधन द्वारा जल्द पूर्ण कर लिया जाएगा. विशेषज्ञों ने बड़े बाड़े के सीसीटीवी कैमरों के साथ ही ड्रोन कैमरे के जरिए इन चीतों की मॉनीटरिंग की, जिसमें पाया गया कि दोनों चीतों ने बाड़े में खूब उछलकूद की और दोनों का व्यवहार भी बेहतर नजर आया. इससे लग रहा है कि चीतों को कूनो का जंगल रास आ रहा है.

डीएफओ ने कहा कि करीब 36 घंटे बीतने के बाद चीतों ने घात लगाकर झपट्टा मारकर एक चीतल का शिकार किया है. बड़े बाड़े में चीतों के शिकार के लिए चीतल, सांभर, हिरण, जैकाल, खरगोश सहित विभिन्न प्रजाति के वन्य प्राणियों को छोड़ा गया है.

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