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लेडी प्रिंसिपल को पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जलाया, कई दिनों से दे रहा था धमकी

मार्कशीट नहीं मिलने से नाराज पूर्व छात्र ने महिला प्रिंसिपल पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी. घटना में प्रिंसिपल 80-90 फीसदी झुलस गई है. पुलिस ने आरोपी पूर्व छात्र को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी पहले भी कॉलेज प्रोफेसर पर हमला कर चुका है. वह बार-बार कॉलेज जाकर स्टाफ को धमकियां देता था.

अस्पताल में मौजूद कॉलेज स्टाफ और परिजन (फोटो-Video Grab). अस्पताल में मौजूद कॉलेज स्टाफ और परिजन (फोटो-Video Grab).
धर्मेंद्र कुमार शर्मा
  • इंदौर,
  • 21 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 7:32 AM IST

MP News : इंदौर में एक कॉलेज के पूर्व छात्र ने फार्मा विभाग की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा को पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया. घटना में प्रिंसिपल 80-90 प्रतिशत झुलस गईं. गंभीर हालत में उन्हें शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां प्रिंसिपल की इलाज चल रहा है.

घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी छात्र आत्महत्या करने की फिराक में था, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक मार्कशीट नहीं मिलने से नाराज छात्र ने घटना को अंजाम दिया है. इस घटना में वह खुद भी झुलस गया. 

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जानकारी के अनुसार, सोमवार शाम 5 बजे सिमरोल थाना क्षेत्र में स्थित प्राइवेट कॉलेज के फार्मा विभाग की प्रिंसिपल 54 वर्षीय विमुक्ता शर्मा छुट्टी के बाद घर जाने के लिए पार्किंग में खड़ी अपनी कार के पास पहुंची थीं. इसी दौरान विमुक्ता वहां लगे पेड़ से बेलपत्र तोड़ने लगीं. तभी उज्जैन के नागदा का रहने वाला 24 साल का आशुतोष श्रीवास्तव जो कि कॉलेज का पूर्व छात्र था उनके सामने आ धमका. विमुक्ता कुछ समझ पातीं उसके पहले ही आशुतोष ने अपने हाथ में लिए डिब्बे में भरा पेट्रोल प्रिंसिपल पर छिड़का और उनको आग लगा दी.

80 प्रतिशत जलीं विमुक्ता

विमुक्ता को आग के हवाले कर आरोपी मौके से भाग निकला. देखते ही देखते आग की चपेट में आईं विमुक्ता चीखने-चिल्लाने लगीं. उनकी चीखें सुन कॉलेज के सुरक्षाकर्मी और अन्य स्टाफ उनकी ओर दौड़े. किसी तरह लोगों ने आग को बुझाया और गंभीर हालत विमुक्ता को शहर के निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया. साथ ही सिरमोर थाना पुलिस को भी घटना की जानकारी दी गई. बताया गया है कि विमुक्ता 80-90 प्रतिशत झुलस गई हैं. उनकी हालत गंभीर है.

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आत्महत्या करने गया था आरोपी, बचाया गया

प्रिंसिपल को आग के हवाले करने के दौरान आरोपी आशुतोष का हाथ और सीना जल गया था. घटना को अंजाम देने के बाद वह तिंछा फॉल चला गया और वहां जाकर आत्महत्या करने की फिराक में था.

फॉल पर तैनात सुरक्षाकर्मी ने डायल 100 पर फोन करके जानकारी दी थी कि एक युवक आत्महत्या की फिराक में फॉल पर घूम रहा है. जानकारी मिलने के बाद मौके पर सिविल ड्रेस में पहुंचे पुलिसकर्मियों ने आशुतोष को बातों में फंसाकर हिरासत में ले लिया.

मार्कशीट नहीं मिल रही थी, इसलिए उठाया यह कदम

हिरासत में आए आशुतोष को सिरमोर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया और प्रिंसिपल को पेट्रोल डालकर जलाने का कारण पूछा तो आरोपी ने कहा, ''उसने कॉलेज से पढ़ाई की थी. वह सातवें सेमेस्टर में फेल हो गया था. इसके बाद 7वें और 8वें सेमेस्टर की परीक्षा साथ में दी थी. परीक्षा का रिजल्ट जुलाई 2022 में ही आ गया था, लेकिन बार-बार कॉलेज आने के बाद भी मार्कशीट नहीं दी जा रही थी, इसी बात से गुस्सा होकर घटना को अंजाम दिया.''

पहले भी किया था चाकू से हमला

इंदौर ग्रामीण एसपी भगवत सिंह विरदे ने बताया कि पूछताछ में सामने आया है कि कुछ दिन पहले ही आशुतोष ने कॉलेज के प्रोफेसर विजय पटेल पर चाकू से जानलेवा हमला किया था.

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वहीं, प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा को कई बार परेशान कर चुका था. बार-बार अपनी मार्कशीट लेने के लिए कॉलेज आ जाता था और सभी को धमकी देता था. आशुतोष के खिलाफ पुलिस थाने में पूर्व में भी शिकायत की गई थी और उसे गिरफ्तार किया गया था.

एसपी ने आगे कहा कि आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में पुलिस थाने में केस दर्ज कर लिया गया है. गंभीर हालत होने के चलते विमुक्ता शर्मा का बयान नहीं लिया जा सका है. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.

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