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ऑनलाइन जॉब के नाम पर लाखों का चूना लगाने वाले गैंग का भंडाफोड़, 4 आरोपी गिरफ्तार

साइबर क्राइम ब्रान्च जिला भोपाल की टीम ने जॉब फ्रॉड (टास्क कम्पलीट करने) का झांसा देकर रुपये ऐंठने वाले 04 आरोपियों को मंदसौर, उज्जैन एवं देवास से गिरफ्तार किया है. ये लोग ऑनलाइन काम देने के नाम पर ठगी कर रहे थे.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
रवीश पाल सिंह
  • भोपाल,
  • 26 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 3:13 PM IST

मध्यप्रदेश में साइबर क्राइम ब्रान्च जिला भोपाल की टीम ने जॉब फ्रॉड (टास्क कम्पलीट करने) का झांसा देकर रुपये ऐंठने वाले 04 आरोपियों को मंदसौर, उज्जैन एवं देवास से गिरफ्तार किया है. दरअसल, भोपाल के नेहरू नगर निवासी अरुण नाम के शख्स ने शिकायती आवेदन दिया था कि उसके पास ऑनलाइन जॉब देने के नाम पर अज्ञात मोबाइल नम्बरों से फोन आया था.इसमें घर बैठे टास्क कम्पलीट कर रुपये कमाने का लालच देकर आवेदक से कुल 16.70 लाख रुपये धोखाधड़ी की गई थी.

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इसके बाद सायबर क्राइम ब्रांच में धारा-319(2), 318(4) BNS के तहत केस दर्ज किया गया और मामले की तफ्तीश शुरू की गयी. तफ्तीश के दौरान चार आरोपियों को मंदसौर, उज्जैन और देवास से साइबर क्राइम ब्रांच भोपाल ने गिरफ्तार कर लिया और ठगी में इस्तेमाल 02 मोबइल फोन 03 सिम और फर्जी खाते की 01 चैक बुक के साथ 01 एटीएम कार्ड जब्त किया गया.

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो घर बैठे ऑनलाइन जॉब दिलाने के नाम पर व्हाट्सएप के माध्यम से एक लिंक शेयर कर टेलीग्राम चैनल में ज्वाइन कराते थे. टेलीग्राम चैनल में फेक बेबसाइट का लिंक भेज कर डी-मेट खाता खुलवाते थे. ऑनलाइन जॉब में टास्क कम्पलीट करने पर प्रॉफिट दिलाने के नाम पर मोटी रकम कमाने का लालच दिया जाता था तथा डीमेट अकाउण्ट से बडी राशि विड्राल करने पर क्रेडिट स्कोर कम होना बता कर विड्राल दिया रोका जाता था. विड्राल क्रेडिट स्कोर बढाने के लिए अधिक राशि के टास्क देकर मोटी रकम जमा कराई जाती थी और फिर उस पैसों को निकाल कर घटना को अंजाम दिया जाता था.

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