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'MP में यादव CM देकर BJP ने UP-बिहार में खेल बिगाड़ दिया...', मोहन यादव पर LJP की टिप्पणी

मोहन यादव को संघ का करीबी माना जाता है. वह उज्जैन दक्षिण से तीन बार के विधायक हैं. वह शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे. वह 2013 में पहली बार विधायक बने थे. इसके बाद 2018 में उन्होंने दूसरी बार उज्जैन दक्षिण सीट से चुनाव जीता.

मोहन यादव मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 6:56 AM IST

मध्य प्रदेश में भाजपा ने चौंकाते हुए मोहन यादव को मुख्यमंत्री बना दिया है. पार्टी के तमाम बड़े नेता और खुद मोहन यादव को इसका अंदाजा नहीं था. सोमवार को मध्य प्रदेश के पर्यवेक्षक और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम का ऐलान किया. इसके बाद उन्होंने शिवराज सिंह चौहान से कहा कि वो सीएम पद के लिए मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव पेश करें. मोहन यादव को सीएम बनाए जाने के बाद लोजपा प्रवक्ता धीरेंद्र कुमार ने आज तक के टीवी डिबेट शो में कहा कि MP में यादव CM देकर BJP ने UP-बिहार में खेल बिगाड़ दिया है. उन्होंने कहा कि  NDA को इसका फायदा बिहार और यूपी में मिलेगा. लोजपा प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा ऐसे नामों को सामने लाती है जिन्होंने पार्टी के लिए जमीनी स्तर पर काम किया है.

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वहीं, पत्रकार आशुतोष ने कहा कि राज्यों में नए सीएम बनाकर भाजपा चौंकाते रहती है. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. इससे पहले भाजपा बिहार, उत्तराखंड और गुजरात में ऐसा कर चुकी है. आशुतोष ने कहा कि पार्टी उपमुख्यमंत्री के नाम में भी चौंका देती है. उन्होंने कहा कि भाजपा ये साफ़ मैसेज दे रही है कि पार्टी में अब पुराने पीढ़ी के लोगों को साइड लाइन करने का समय आ गया है और नए चेहरों को मौका दिया जाए. डिबेट शो में शामिल एक राजनीतिक विश्लेषक ने कहा कि ये भाजपा का पॉलिटिक्स में सर्जिकल स्ट्राइक था. बीजेपी ऐसे फैसलों के लिए पहले से जानी जाती है.

राजेश शुक्ला और जगदीश देवड़ा उपमुख्यमंत्री
प्रस्ताव का समर्थन करने वालों में नरेंद्र तोमर, कैलाश विजयवर्गीय राजेंद्र शुक्ला और अन्य थे. बता दें कि राजेश शुक्ला और जगदीश देवड़ा मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री होंगे. वहीं, नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा स्पीकर होंगे. इस प्रस्ताव का समर्थन करने वालों में नरेंद्र तोमर, कैलाश विजयवर्गीय राजेंद्र शुक्ला और अन्य थे. बता दें कि राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री होंगे. वहीं, नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा स्पीकर होंगे.

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कौन हैं मोहन यादव? 
मोहन यादव को संघ का करीबी माना जाता है. वह उज्जैन दक्षिण से तीन बार के विधायक हैं. वह शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे. वह 2013 में पहली बार विधायक बने थे. इसके बाद 2018 में उन्होंने दूसरी बार उज्जैन दक्षिण सीट से चुनाव जीता. मार्च 2020 में शिवराज सरकार के दोबारा बनने के बाद जुलाई में उन्हें कैबिनेट में शामिल किया गया था. दो जुलाई 2020 को शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट में मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद सूबे की राजनीति में उनका कद बढ़ा. 

मोहन यादव का जन्म 25 मार्च 1965 को मध्य प्रदेश के उज्जैन में हुआ था. वह कई सालों से बीजेपी के साथ थे. इसके साथ ही वह लगातार तीसरी बार विधायक बने. मोहन यादव ने उज्जैन दक्षिण सीट से कांग्रेस के चेतन प्रेम नारायण को 12,941 वोटों से हराया था. 58 साल के मोहन यादव बीते 30 सालों से बीजेपी से जुड़े हुए हैं. वह हिंदुत्व से जुड़े मुद्दों पर काफी मुखर रहे हैं और बांग्लादेशी घुसपैठ जैसे मुद्दों पर वह संघ के साथ काम कर चुके हैं.

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