
सतना के मैहर थाना क्षेत्र के गोलामठ इलाके में पुलिस की अमानवीयता का एक गंभीर मामला सामने आया है. अबेर गांव निवासी गुड्डू कोल (40-45 वर्ष) ने बिजली के खंभे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. लेकिन इस दुखद घटना के बाद पुलिस के असंवेदनशील रवैये ने लोगों को आक्रोशित कर दिया.
शव को अस्पताल ले जाने के लिए शव वाहन की व्यवस्था नहीं की गई. इसके बजाय, पुलिस ने नगर पालिका की कचरा उठाने वाली गाड़ी में शव डालकर अस्पताल भेज दिया. यह देखकर स्थानीय लोगों में गुस्सा फूट पड़ा और पुलिस की लापरवाही पर सवाल खड़े हो गए.
मानसिक रूप से अस्वस्थ था गुड्डू कोल
परिजनों के अनुसार, गुड्डू कोल मानसिक रूप से विक्षिप्त था और बुधवार दोपहर अचानक घर से लापता हो गया था. कुछ घंटे बाद उसका शव गोलामठ मंदिर के पास बिजली के खंभे से लटकता मिला. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया.
पुलिस की लापरवाही पर भड़के लोग
लोगों का कहना है कि शव वाहन उपलब्ध न होने पर भी पुलिस को कोई सम्मानजनक विकल्प तलाशना चाहिए था. शव को कचरा गाड़ी में डालना अमानवीयता की पराकाष्ठा है. इस मामले में पुलिस प्रशासन पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं.
चौकी प्रभारी महेंद्र गौतम ने बताया कि मृतक मानसिक रूप से अस्वस्थ था और आत्महत्या कर ली थी. शव को अस्पताल ले जाने के लिए कोई अन्य वाहन उपलब्ध नहीं था, इसलिए नगर पालिका की गाड़ी का उपयोग किया गया.